हमीरपुर / 21 फरवरी / रजनीश शर्मा /
जिस तर्ज पर कोट से लेकर धर्मपुर कोटली तक नेशनल हाइवे का काम चल रहा है, शायद ही प्रदेश में इस तरह का काम कहीं निर्माण कंपनी ने किया हो। जून 2022 से लेकर आज दिन तक नेशनल हाईवे के नाम पर केवल और केवल अव्यवस्था ही देखने को मिल रही है। बेशक एनएचआई तथा निर्माण कंपनी को लोगों की बहुमूल्य अधिग्रहीत जमीन समय रहते उपलब्ध करवा दी गई थी, लेकिन टेंडर के सबलेटिंग के खेल में हालात बिगड़ते गए। गावर कंपनी ने यह अवॉर्ड क्यों लिया और पहले से ही विवादित रही सूर्य कंपनी को सबलेट किया, इस सवाल का जबाव आज तक लोगों को नहीं मिल पाया है। हजारों लोग आज केवल यही पूछ रहे हैं कि लाख टके का सवाल यह है कि कब एनएच 03 के हालात सुधरेंगे?
इन दिनों हुई बारिश ने कोट से लेकर धर्मपुर तक नेशनल हाइवे नंबर तीन को कीचड़ में तब्दील कर दिया है। निर्माण कार्य के दौरान मलबा और मिट्टी कीचड़ में बदल गई है। हालत इतने बदतर हो गए हैं कि बाहरी राज्यों की ट्रांसपोर्ट की कई लॉन्ग रूट की बसें धर्मपुर तक नहीं पहुंच पा रही हैं। छोटे वाहनों को चलाना भी मुश्किल हो गया है। दोपहिया वाहन तो कई जगह फिसल कर गिरने से सवारियों और चालक को घायल कर चुके हैं।
वहीं दरकोटी, बारी मंदिर, झनिक्कर, समीरपुर, संगरोह, चोलथला, पाड़छू, लौंगनी, शिवदवाला, धर्मपुर में सड़क के हालात सबसे खराब हैं। लोगों का यह भी आरोप है कि निर्माण कंपनी के अधिकारी न तो फोन उठाते हैं और न ही सड़क की हालत सुधारने में कोई दिलचस्पी लेते हैं। लोगों ने नेशनल हाईवे नंबर तीन के हालात शीघ्र सुधारने या फिर बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।