हमीरपुर / 15 अगस्त / न्यू सुपर भारत
77वां स्वतंत्रता दिवस मंगलवार को हमीरपुर में भी उत्साह के साथ मनाया गया। ब्वायज सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर के मैदान में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में उद्योग, आयुष और संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने ध्वजारोहण किया और भव्य परेड की सलामी ली। इस भव्य परेड में हिमाचल प्रदेश पुलिस, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड्स और एनएसएस की टुकडिय़ों ने बारिश की बूंदाबादी के बीच शानदार मार्चपास्ट किया। इस अवसर पर सभी जिलावासियों को बधाई देते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस का यह गौरवमयी ऐतिहासिक दिन हम सभी भारतवासियों के लिए उन वीर सपूतों को स्मरण करने का अवसर है, जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर हमें आज़ादी दिलवाई।
हर्षवद्र्धन चौहान ने कहा कि स्वाधीनता संग्राम से लेकर देश की सीमाओं की सुरक्षा तक हिमाचल प्रदेश के जवानों ने वीरता का परचम लहराया है। यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि देश का पहला परमवीर चक्र प्रदेश के वीर सपूत मेजर सोमनाथ शर्मा को प्राप्त हुआ था। इनके अलावा कैप्टन विक्रम बत्तरा, कर्नल डी.एस. थापा तथा सूबेदार मेजर संजय कुमार को भी वीरता के सर्वोच्च पुरस्कार परमवीर चक्र से नवाज़ा गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों, उनके आश्रितों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इन्हें सम्मान राशि के अलावा अन्य आर्थिक मदद का प्रावधान भी किया गया है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश अब तक की सबसे भीषण आपदा से जूझ रहा है। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार ने युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए रिकॉर्ड समय में सभी आवश्यक सेवाओं को बहाल किया है तथा प्रभावितों के लिए राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तत्परता के साथ अंजाम दिया जा रहा है। कुल्लू-मनाली के अलावा सांगला और चंद्रताल जैसे अतिदुर्गम क्षेत्रों से भी बेहद कठिन परिस्थितियों में सैकड़ों पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया। बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रभावित लोगों की अधिक से अधिक मदद के लिए राहत राशि में कई गुणा बढ़ोतरी की है। पहले पक्के घरों के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर साढे 12 हज़ार रुपये तथा कच्चे मकान को आंशिक नुकसान होने पर 10 हज़ार रुपये की मदद दी जाती थी। लेकिन, प्रदेश सरकार ने यह राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी है। दुकानों और ढाबों के लिए भी एक लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है। इसके अलावा, किरायेदार के सामान को नुकसान होने पर अब 50 हज़ार रुपये दिए गए हैं। कृषि भूमि का मुआवजा भी 1400 रुपये प्रति बीघा से बढ़ाकर 5 हज़ार रुपये प्रति बीघा किया गया है।
हमीरपुर जिला की चर्चा करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि शिक्षा, सडक़ निर्माण और विकास के कई अन्य मानकों में यह जिला एक मॉडल बनकर उभरा है। इसी जिला ने प्रदेश को दूसरा मुख्यमंत्री दिया है, जिसके लिए सभी जिलावासी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश आने वाले वर्षों में सबसे अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा। उद्योग मंत्री ने बताया कि हमीरपुर के मेडिकल कालेज के लिए अत्याधुनिक परिसर बनाया जा रहा है, जिसपर लगभग 380 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पीएमजीएसवाई फेज-3 में जिला की 21 सडक़ों के लिए लगभग 264 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई गई है तथा पांच हैलीपैडों के निर्माण के लिए 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इनके अलावा अन्य योजनाओं के लिए भी करोड़ों रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने अपने लगभग 9 महीने के कार्यकाल में करीब दस हजार नए पद सृजित किए हैं, जिन्हें भरने की प्रक्रिया भी आरंभ की जा रही है।
समारोह के दौरान उद्योग मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों, विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय सेवाएं प्रदान करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों, प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों तथा परेड के प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और आशीष शर्मा, केसीसी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, पूर्व विधायक अनीता वर्मा और मनजीत डोगरा, कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष रामचंद पठानिया, भूतपूर्व सैनिक निगम के सीएमडी ब्रिगेडियर मदनशील शर्मा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, एसपी डॉ. आकृति शर्मा, डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।