मां का दूध शिशु के लिए संपूर्ण आहार : डीपीओ
सुजानपुर / 07 अगस्त / न्यू सुपर भारत
विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने सोमवार को ग्राम पंचायत री में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बलवीर सिंह बिरला ने कहा कि स्तनपान हर नवजात के लिए जीवनदायी अमृत है। यह मां और बच्चे का प्राकृतिक अधिकार भी है। मां का दूध बच्चे के लिए संपूर्ण आहार है, क्योंकि इसमें शिशु के उचित पोषण के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व समाहित होते हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर अनेक स्वास्थ्य समस्याओं विशेषकर कुपोषण एवं उससे जनित रोगों का कारण स्तनपान और उसके महत्व के बारे में सही जानकारी न होना है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संगठनों और चिकित्सकों का यही मानना है कि विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान हेतु स्तनपान समर्थक नीतियों और कार्यक्रमों में उचित निवेश को प्राथमिकता एवं बढ़ावा देना आवश्यक है।
इस अवसर पर सीडीपीओ सुजानपुर कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि स्तनपान शिशुओं को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने का सबसे सुरक्षित एवं उपयोगी तरीका है। यह शिशुओं के उचित पोषण, सुरक्षित एवं स्वच्छ जल और टीकाकरण जैसी सभी आवश्यकताओं को एक साथ पूरा करता है। यह न केवल शिशु की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है अपितु सांस के मार्ग से होने वाले संक्रमण, एलर्जी, डायरिया और बचपन के ल्यूकेमिया जैसे संक्रमणों से भी बचाव करता है।
वैज्ञानिक तथ्य बताते हैं कि पर्याप्त स्तनपान करने वाले बच्चों की बुद्धि उन बच्चों की अपेक्षा अधिक होती है जिन्हें मां का दूध थोड़े समय के लिए प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि शिशु को जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान प्रारंभ कर देना चाहिए और छह माह तक केवल स्तनपान ही करवाया जाना चाहिए। छह माह के पश्चात पूरक आहार के साथ-साथ शिशु के 2 वर्ष पूरे होने तक स्तनपान जारी रखा जाए।इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य सुमन कुमारी और वृत्त पर्यवेक्षक अनिता कुमारी ने भी अपने विचार रखे और महिलाओं को स्तनपान के महत्व पर जागृत किया।