‘मासिक धर्म चक्र पर गर्व अनुभव करें, यह शर्म का विषय नहीं’
सुजानपुर / 27 मई / न्यू सुपर भारत
विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के उपलक्ष्य पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भलेठ में किशोर-किशोरियों के लिए एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि हर वर्ष 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस को मनाने का एक प्रतीकात्मक महत्व है।
उन्होंने बताया कि मासिक धर्म चक्र सामान्यत: 28 दिन का होता है और प्राय: 5 दिन चलता है। मानव सभ्यता की निरंतरता में इसके महत्व के दृष्टिगत इसे 28 तारीख तथा 5वें महीने अर्थात 28 मई को मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म की उपयोगिता से अवगत कराते हुए उन्हें इस अवधि में और अधिक व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति सजग करना है। इसके अतिरिक्त यह दिवस स्वच्छता एवं व्यक्तिगत साफ-सफाई को महिलाओं की निजता, गरिमा, सुरक्षा एवं आत्मसम्मान से जुड़े महत्वपूर्ण कारक के रूप में उभारने का अवसर प्रदान करता है।
इस अवसर पर नागरिक अस्पताल सुजानपुर की डॉ. दीक्षा और आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी शीतल चोपड़ा ने मासिक धर्म को किशोरियों के स्वास्थ्य और जीवनशक्ति का महत्वपूर्ण संकेतक बताते हुए इसके गरिमामय व स्वच्छतापूर्ण प्रबंधन पर बल दिया। उन्होंने किशोरियों को मासिक धर्म संबंधी सामग्री के प्रयोग, व्यक्तिगत स्वच्छता में उनकी उपयोगिता व उनकी उपयुक्त निपटान की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य विजय कुमार ने विद्यालय में लैंगिक संवेदी मित्रवत व्यवहारों व मासिक धर्म के उपयुक्त प्रबंधन हेतु की गई व्यवस्थाओं बारे जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से इस पर खुलकर चर्चा करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में दीपिका, अंजली ठाकुर व पलक ठाकुर क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। नारा लेखन में रिया, नीतिका व श्रद्धा क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। इस अवसर पर मासिक धर्म से जुड़े मिथकों, वैज्ञानिक तथ्यों और उसके सुरक्षित व उचित प्रबंधन से जुड़ी प्रचार सामग्री का वितरण भी किया गया।