शिमला / 29 जुलाई / न्यू सुपर भारत
गोविंद सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लियाप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अन्तर्गत परिवर्तनकारी सुधारों का एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आज नई दिल्ली से वर्चुअल रूप से आयोजित समारोह में प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने भाग लिया।समारोह में भाग लेते हुए गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई नवाचार की यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। इससे शिक्षा क्षेत्र को अधिक जीवन्त और सुगम बनाने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति विद्यार्थियों को भविष्योन्मुखी बनाएगी तथा विद्यार्थियों की क्षमताओं को नई ऊंचाई प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस नीति के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों में प्री-प्राईमरी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा जैसे विषयों पर पहले से ही बेहतर कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार राज्यों में स्टेट स्कूल स्टंैर्ड आॅथोरिटी, क्षेत्रीय भाषाओं में प्रारम्भिक शिक्षा प्रदान करना और मल्टीपल एन्ट्री और एग्जिट इत्यादि विषयों पर कार्य कर रही है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से भारत ज्ञान के क्षेत्र में वैश्विक महाशक्ति के रूप मेें बनकर उभरेगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और सरकार विद्यार्थियों को उनके घरों के समीप बुनियादी, उच्च और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार के इन प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है और हिमाचल प्रदेश तेजी से देश के शिक्षा केंद्र के रूप में उभर रहा है।
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि गुणात्मक शिक्षा, लैंगिक समानता, शांति, न्याय एवं सुदृढ़ संस्थानों, सुनियोजित शहरों एवं समुदायों में तथा असमानताओें को कम करने जैसे कार्यों में हिमाचल देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल है।
उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।शिक्षा सचिव राजीव शर्मा, निदेशक उच्चतर शिक्षा डा. अमरजीत शर्मा, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा पंकज ललित और राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा वीरेन्द्र शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे