राज्यपाल ने की आधुनिक भारत में राष्ट्रवाद निर्माण सेमीनार की अध्यक्षता
शिमला / 19 अक्तूबर / एनएसबी न्यूज़
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण राष्ट्रवाद की भावना होती है और यही भावना किसी भी देश के नागरिक को एकजुट रखती है। यह बात उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में महर्षि पाणिनि विचार मंच द्वारा ‘ आधुनिक भारत में राष्ट्रवाद निर्माण’ विषय पर आयोजित सेमीनार की अध्यक्षता करते हुए कही।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रवाद हमारी पहचान है तथा इस भावना को हमें मजबूत करना होगा क्योंकि राष्ट्रवाद देश के नागरिकों को जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र आदि जैसे संकीर्ण विचारों से उपर उठने और राष्ट्रहित में खड़े होने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि हमें राष्ट्रवाद की भावना को बनाए रखने की आवश्यकता है क्योंकि राष्ट्रवाद की शक्ति हमें विघटनकारी शक्तियों से लड़ने में शक्ति प्रदान करती है इसलिए उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को हमारे गौरवशाली इतिहास और महापुरूषों के बारे में बताया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम आधुनिक भारत की दिशा की ओर बढ़ रहे हैं परन्तु हमें शिक्षित भारत, मजबूत भारत, स्वस्थ भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, आतंकवाद मुक्त, बेरोजगार मुक्त और वैज्ञानिक भारत की सोच को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि तभी हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की कल्पना को साकार कर सकते हैं।
योग भारती के संस्थापक श्री निवास मूर्ति ने कहा कि भारतीय परम्परा को समझने का मतलब राष्ट्रीयता को समझना है और योग हमारे जीवन संस्कृति का भाग है। उन्होंने कहा कि सच्चे अर्थों में हिमाचल देवी-देवताओं की भूमि है जहां किसी भी प्रकार का दिखावा नहीं होता और यहां के लोग मेहनती हंै।
इस अवसर पर उन्होंने योग के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी।
सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक प्रदीप कुमार सतपाल ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।
इसके उपरांत, चण्डीगढ़ के रास्ते में राज्यपाल ने राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी से अन्नाडेल शिमला में मुलाकात की।