नशे के खिलाफ राज्यपाल ने चायल में चलाया नशामुक्ति अभियान
शिमला / 29 जनवरी / न्यू सुपर भारत /
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि हिमाचल के प्रथम नागरिक होने के नाते राज्य में बढ़ते नशे को लेकर वह चिंतित हैं। उनका प्रयास है कि हर घर नशे से सुरक्षित हो। उन्होंने कहा कि अगर हर घर सुरक्षित होगा तो प्रदेश भी सुरक्षित रहेगा।
राज्यपाल आज सोलन जिले के पर्यटक स्थल चायल में नशा मुक्ति अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज नशा घर-घर तक पहुंच रहा है और चिट्टा जैसे नशे से युवाओं की मौत हो रही है। बढ़ते हुए नशे को कैसे रोके, इसपर विचार करने की आवश्यकता है। हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है हमें इसे ‘‘नशा भूमि’’ नहीं बनने देना है। उन्होंने नशा मुक्ति के अभियान में सोलन और शिमला पुलिस के प्रयासों की सराहना की और पुलिस अधीक्षकों की पीठ भी थपथपाई।
राज्यपाल ने कहा कि राजभवन से उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों के लिये जागरूकता अभियान की शुरुआत की थी। इसके बाद, सोलन जिले में ही तीन कार्यक्रम आयोजित किये गए, जिनका सकारात्मक प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि आज हमें ‘डिमांड’ को ही खत्म करना है और नशे के आदि व्यक्ति का उपचार सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कुछ निजी स्तर पर चलाये जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में नशामुक्ति अभियान को उन्होंने प्रधानमंत्री की प्रेरणा से शुरू किया है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष के उनके कार्यकाल के बाद प्रदेश में उन्हें उम्मीद जगी है। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे नशामुक्ति के इस अभियान में सबसे अधिक कार्य कर सकती हैं और नशामुक्त वातावरण बनाने में सहयोग कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि नशे के कारण आज सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए वे ‘नशा न लेने का शपथ पत्र’ भरेंगे और यदि वे नशा करते पाए गए तो उनका प्रवेश रद्द कर दिया जाएगा।
इस अवसर पर, मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित नशा निवारण बोर्ड के पूर्व संयोजक श्री ओ.पी. शर्मा ने कहा कि कुछ युवाओं द्वारा नशा लेने के पीछे का कारण यह है कि हमारी भागीदारी उनके प्रति नहीं है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों और हमें अपनी जिम्मेवारी को समझना पड़ेगा। सोच में परिवर्तन नहीं होगा तो सूचना उपलब्ध नहीं होगी जिसके कारण समस्या और गंभीर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून कार्यान्वयन एजेंसियों पर हम पूरी तरह निर्भर नहीं हो सकते इसके लिए सामाजिक चेतना जरूरी है।
महऋषि मारकण्डेश्वर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य प्रो. रवि शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि चिट्टे के कारण अधिकांश मौते हो रही हैं। विभिन्न संगठनों और जिम्मेदार नागरिकों की यह जिम्मेदारी है कि वे युवाओं को इस दिशा में जाने से बचाएं। नशे के कारणों और पहचान के बारे मेें जानकारी दें। नशा करने वाले व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव और अन्य लक्षणों को पहचानें।
परवाणु की पुलिस अधीक्षक सुश्री मेहर पंवर ने कहा कि सिनथैटिक ड्रग्स आज सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस आपूर्ति और मांग,दोनों ही तरफ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2023 से आज दिन तक सोलन पुलिस ने 139 मुकदमें दर्ज किए और 321 आरोपी गिरफतार किए हैं। और बड़े स्तर पर नशे की खेप को पकड़ा है।
ग्राम पंचायत की प्रधान श्रीमती ऊषा शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए पंचायत की ओर से नशामुक्ति अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया।
चायल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री देविंदर वर्मा ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया।उन्होंने राज्यपाल का चायल में आयोजित नशामुक्ति अभियान में शामिल होने के लिये आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि एसोसिएशन भी उनके नशामुक्ति अभियान में शामिल होगा। उन्होंने अस्सोक्शन की विभिन्न सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने जीप क्लब द्वारा आयोजित वार्षिक विंटर स्पीति एक्सपीडिशन 2025 का शुभारम्भ किया, जिसका थीम था- एन्टी ड्रग रैली। इस अवसर पर, उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल हिमाचल प्रदेश की शीतकालीन प्राकृतिक सुन्दरता को प्रदर्शित करने का एक उत्तम प्रयास है, बल्कि यह प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक अनुकरणीय उदाहरण भी है। उन्होंने कहा कि यह रैली और जन जागरूकता कार्यक्रम निश्चय ही हमारे समाज को नशा मुक्ति की दिशा में महत्वपूर्ण संदेश देगा। उन्होंने जीप क्लब और होटल एसोसिएशन चायल को इस पहल के लिए बधाई दी।
राज्यपाल के सचिव श्री सी.पी. वर्मा, सोलन के उपयुक्त मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव सिंह, हिमाचल जीप क्लब के संस्थापक श्री पी.सी. कश्यप, समाज सेवी श्री तरसेम भारती, सैनिक स्कूल चायल के प्रधानाचार्य श्री वी.के. गंगवाल एवं प्रशासनिक अधिकारी मेजर कपिल तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।