हमीरपुर / 29 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
घरों में आइसोलेट किए गए कोरोना संक्रमित लोगों की स्थिति और उनके स्वास्थ्य मानकों पर रोजाना नजर रखने के लिए उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने फील्ड के डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, स्थानीय आंगनबाड़ी एवं आशा वर्करों की जिम्मेदारियां तय की हैं। इसके अलावा पंचायत जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के स्वास्थ्य मानकों की जानकारी दिन में कम से कम दो बार लेने तथा मोबाइल फोन के माध्यम से उनका हाल पूछने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि फील्ड के डॉक्टरों को मरीजों की जिम्मेदारी दी गई है। ये डॉक्टर अपने-अपने क्षेत्रों के मरीजों से दिन में कम से कम एक बार मोबाइल फोन पर बात करेंगे तथा एक दिन में अपने क्षेत्र के कम से कम एक-तिहाई मरीजों के घर जाकर उनके स्वास्थ्य मानकों की जानकारी लेंगे। स्वास्थ्य कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं या आशा वर्करों को दिन में कम से कम एक बार सभी मरीजों के घर जाना होगा तथा मरीजों के स्वास्थ्य मानकों की रिपोर्ट देनी होगी।
उपायुक्त ने कहा कि इन कर्मचारियों और डॉक्टर के माध्यम से हर मरीज के स्वास्थ्य मानकों की समीक्षा दिन में कम से कम दो बार अवश्य होनी चाहिए। देबश्वेता बनिक ने बताया कि सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को इसकी रोजाना रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि बुधवार शाम तक जिला में घरों में आइसोलेट किए गए कोरोना पॉजीटिव लोगों की संख्या 1341 थी। इन सभी लोगों को घरों में ही दवाईयां और डॉक्टरी सलाह उपलब्ध करवाने के लिए फील्ड के डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की गई है तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से इनकी रोजाना रिपोर्ट भी तलब की जा रही है।