ऊना, 22 नवंबर: चब्बा नशीले पदार्थोंे के दुरुपयोग और मदिरा व्यसन की रोकथाम हेतु जन जागरूकता के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत आज राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, ऊना में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में एसडीएम ऊना डॉ. सुरेश जसवाल ने बतौर मुख्याातिथि शिरकत की। इस अवसर पर एसडीएम ने सभी उपस्थित प्रतिभागियों सहित स्कूल के स्टाफ को नशे के खिलाफ चल रही लड़ाई में अपनी सहभागिता देने के लिए शपथ दिलाई और अपील की वे अपने परिवार और आसपास के लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें।शिविर में पर जिला न्यायवादी भीष्म ठाकुर ने मादक पदार्थों से संबंधित कानूनी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण ने जानकारी देते हुए बताया कि नशीले पदार्थों का सेवन हमारे शरीर के लिए घातक होता है। इससे मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है और शरीर दिन प्रतिदिन खोखला होता जाता है। नशेड़ी व्यक्ति के व्यवहार में भी परिवर्तन दिखाई देता है। इससे शारीरिक और मानसिक रूप से हानि तो पहुंचती ही है लेकिन सामाजिक तौर पर भी वह पिछड़ जाता है।जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया ने जीवन में नैतिक मूल्यों की महत्ता के बारे में बोलते हुए कहा कि अच्छे संस्कार और गुण मनुष्य के चरित्र निर्माण का एक अभिन्न अंग हैं। विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण कर अपने करियर निर्माण को अपना ध्येय बनाना चाहिए और नशे जैसी कुरीतियों से दूरी बनाए रखनी चाहिए तथा औरों को भी इससे दूर रहने की अपील करनी चाहिए।इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी सुरेश शर्मा, जिला आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरू दुबे, एसएचओ इंदु बाला ने भी नशे के दुष्प्रभावों और अन्य पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।-000-