ज्वालामुखी मंदिर हो प्लास्टिक फ्री, यात्रियों की सुविधा के लिए कदम उठाए जयराम सरकार
–हिमाचल के सरकारी अधिग्रहण किए गए शक्तिपीठों में विश्वस्तरीय सुविधाऐं मुहैया करवाए सरकार: रि. जनरल सतीश
ज्वालामुखी / शिमला / गुरदेव राणा
रिटायर्ड मेजर जनरल सतीश कुमार ने आज सीएम जयराम ठाकुर के निवास स्थान ओक ओवर में मुलाकात की। ज्वालामुखी शहर को सिटी ब्यूटीफुल बनाने के लिए लगभग आधा घंटा सीएम से चर्चा की गई।
उन्होंने ज्वालामुखी मंदिर को भी प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष मांग उठाई। उन्होंने देश विदेश से आने वाले यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से चर्चा की। मन में टीस लेकर गए जनरल सतीश गुप्ता ने अपने बंगले के रास्ते की ही नहीं बल्कि पूरे शहर के सौंदर्यीकरण के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष बात रखी। मंदिर, शहर, गलियों में कुव्यवस्था जगह जगह कूड़े के ढेर ज्वालामुखी शहर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे हैं। वहीं उन्होंने डीसी कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति के द्वारा ज्वालामुखी शहर व मंदिर के सौंदर्यीकरण की बचनबद्धता को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि रिटायर्ड होने के बाद उनका मकसद अब ज्वालामुखी शहर को सिटी ब्यूटीफुल बनाना है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आश्वासन के बाद ज्वालामुखी लौट रहे हैं। अब उन्हें ये आस है कि शहर को सिटी ब्यूटीफुल बनाने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री हस्तक्षेप करेंगे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सेे शिमला में उनके आवास ओक ओवर में रि. जरनल सतीश कुमार ने उनसे शुक्रवार सुबह मुलाकात की। रि. जनरल सतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया कि हिमाचल के समस्त शक्तिपीठ जो कि सरकार ने अधिग्रहण 1987 से किया है। इतनी सरकारें आई और गई लेकिन आज दिन तक इन शक्तिपीठों में विश्व स्तरीय सुविधाऐं देश विदेश से आने वाले सालाना लाखों लोगों को मुहैया नही हो पाई।
मौजूदा वक्त में भी यह शक्तिपीठ पुराने ही नजर आ रहे हैं जबकि डेवेल्प सिटी कहां से कहां तक पंहुच गई हैं जैसे चंडीगढ़ इसलिए इन शक्तिपीठों ज्वालामुखी, कांगड़ा, ब्रजेश्वरी, चामुंडा, नयना देवी के लिए विशेष रुप से एक मास्टर प्लान सिटी ब्यूटीफुल बनाने के उदेश्य से बनाया जाए इन शक्तिपीठों के धन को इसी क्षेत्र के विकास में लगाकर उसे धरातल पर कार्यान्वित किया जाए। यह कार्य आपके कार्यकाल में पूरा हो गया तो शक्तिपीठों के विकास का स्वर्णिंमकाल होगा। उन्होने कहा कि हिमाचल में पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हैं जो कि हिमाचल एक दृष्टिकोण लेकर चलें हैं शिखर की ओर हिमाचल जिनता दर्द जनता का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर महसूस करते हैं शायद ही किसी ने किया होगा। वहीं रि. जनरल सतीश कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए एक पत्र भी सौंपा। और जिलाधीश कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति के कुशल प्रशासकीय प्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि वह धरातल पर हर समस्या का समाधान त्वरित करते हैं जिससे जनता की समस्याओं को निवारण तत्काल हो पाता है। उन्होने कहा कि पिछले 10 वषों से ज्वालामुखी शक्तिपीठ क्षेत्र में रह रहे हैं लेकिन विकास के मामले में यह क्षेत्र आज भी अछूता है क्योंकि नगर परिषद ज्वालामुखी अपना कार्य सही नही कर रही है। जिसका परिणाम है कि शहर के सात बार्डों की गलीयों के रास्ते टूटे हुए हैं। अधिकारी मस्त है जनता त्रस्त है। इसके अलावा खौला क्षेत्र में आम रास्ते को लोगों ने स्कूली बच्चों व उनके अभिभावकों के आने जाने के लिए बंद कर रखा है। इस रास्ते को भी खुलवाएं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रि. जनरल सतीश कुमार के सुझावों पर उन्हे आश्वस्त किया कि जल्द ही वह गंभीरतापूर्वक समस्त बिंदुओं पर गौर करेगें।
ये था मामला, जिसके बाद मुख्यमंत्री से मिले जनरल सतीश
रिटायर्ड सेना अधिकारी का दर्द, छोड़कर जा रहे हैं हिमाचल
जो हिमाचल प्रदेश अपनी खूबसूरती व भोलेभाले व ईमानदार लोगों के लिए जाना जाता है। वहां से सेना का एक रिटायर्ड अधिकारी पलायन करने वाला है। जिसका जिमेवार यहां के लोग य खूबसूरत हिमाचल नहीं बल्कि यहां का शासन प्रशासन है। जिसकी वजह से जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी में लगभग दस साल पहले सेना से रिटायर्ड होकर बसे मेजर जनरल सतीश कुमार व उनकी पत्नी मधु गुप्ता अपनी करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी छोड़कर पंचकूला बसने जा रहे हैं। इस पलायन से प्रदेश में भूचाल आने वाला है। रि० मेजर जनरल सतीश कुमार कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ नेता मेला राम सावर के दामाद भी है। सेना अधिकारी को आजदिन तक हिमाचल में सम्मान नहीं मिला। आजदिन तक सरकार को 100 चिठ्ठियां लिखने के बाद भी एक का भी जवाब नहीं दिया गया। अब यहां से अपना बंगला बेचकर पलायन करने वाले हैं रिटायर्ड सेना अधिकारी।