-अनिल विज ने वार हीरोज मैमोरियल स्टेडियम के निर्माण कार्यों की करी समीक्षा
-अधिकारियों को आगामी दो महीने से पहले स्टेडियम तैयारी के दिये निर्देश।
अम्बाला / 2 मार्च / न्यू सुपर भारत
गृह, शहरी स्थानीय निकाय एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अम्बाला छावनी में फुटबाल खेल आसामन की उंचाईयों को छूता था, परन्तु समय के अनुसार फुटबाल खेल में कुछ कमी आ गई थी लेकिन अब अतीत में खेल से ऊंचाईयों से सीख लेकर और बेहतर तरीके से खेल के क्षेत्र में नये अध्यायों का सूत्रपात कर सकेगा। लगभग 115 करोड़ रूपये की लागत से फीफा से अप्रूवड आत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त फुटबाल खेल स्टेडियम बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अगले एक या दो माह में यह खेल स्टेडियम तैयार हो जायेगा।
इस स्टेडियम के पूरा होने से अतीत का गौरव फिर से लौट आयेगा। गृहमंत्री अनिल विज आज वार हीरोज मैमोरियल स्टेडियम अम्बाला छावनी के फुटबाल स्टेडियम में निर्माण कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ फुटबाल खेल से जुड़े अम्बाला के पुराने व नये खिलाडियों के साथ बैठक आयोजित करके, उनसे बात कर रहे थे। बैठक के दौरान अम्बाला जिले के वे खिलाडी भी शामिल रहे जिन्होंने मोहन बगान को हराने का काम किया है। उन्होंने इस मौके पर मंत्री के समक्ष अपने यादगार लम्हे भी सांझा किये।
गृहमंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि फुटबाल खेल स्टेडियम में सभी सुविधाएं मिलेगीं। आप ने वही नाम पैदा करना है जिसके नाम से कभी अम्बाला का फुटबाल जाना जाता था। उन्होंने बताया कि अंतराष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त फुटबाल खेल स्टेडियम का कार्य अंतिम चरण में हैं। फुटबाल से जुड़े पुराने व नये खिलाडियों को बुलाए जाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि फुटबाल स्टेडियम के निर्माण में यदि कोई सुझाव है तो वे दें। उनके दिये गये सुझावों को शामिल करने का प्रयास किया जायेगा ताकि फुटबाल खेल स्टेडियम की भव्यता और सुंदरता को और बढ़ाया जा सके।
उन्होंने खिलाडियों को कहा कि हमें अम्बाला का फुटबाल खेल में खोया हुआ गौरव दौबारा हासिल करना है। इस मौके पर खेल जगत से जुड़े खिलाडियों ने गृहमंत्री द्वारा वार हीरोज स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त बनाये जा रहे फुटबाल स्टेडियम, वार्मअप स्वीमिंग पुल बनाने व अन्य खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए गृहमंत्री की जमकर सराहना की। गृहमंत्री द्वारा खिलाडियों के लिए बेहतरीन सौगात देने पर खिलाडियों ने कहा कि इससे खिलाडियों को जहां खेल जगत से जुड़ी बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी वहीं खिलाडी आगे बढते हुए अम्बाला का नाम भी रोशन करने का काम करेंगे। गृहमंत्री ने इस मौके पर यह भी कहा कि यहां पर अच्छी अकादमी बने इसके लिए भी कार्य किए जा रहे हैं।
पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि अम्बाला-दिल्ली मार्ग पर 22 एकड़ में 220 करोड़ रूपये से अधिक की लागत से भव्य शहीदी स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। आज से 21 वर्ष पूर्व यानि वर्ष 2000 से वे विधानसभा में इस स्मारक को बनाने की मांग करते आ रहे थे। पूर्व की सरकारों में जब मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा थे, उन्होंने इस शहीदी स्मारक को बनाने की मात्र घोषणाएं की, तारीखे घोषित की, इसके अलावा कुछ नहीं किया। भारतीय जनता पार्टी ने आते ही इस स्मारक को बनाने का कार्य शुरू किया है, इसकी नई ड्राईंग तैयार की गई, नये अस्टीमेट तैयार किए और अब यहां पर भव्य स्मारक का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अम्बाला एतिहासिक नगर है, आजादी की पहली चिंगारी मेरठ से 9 घंटे पहले अम्बाला से ही शुरू हुई थी। आजादी से जुड़े जाने-अनजाने शहीदों की स्मृति में यहां पर भव्य शहीदी स्मारक का काम तेजी से किया जा रहा है। इस मौके पर पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बुरा सोचते हैं, बुरा बोलते हैं, कभी भी देश के लिए अच्छा नहीं करते।
इस मौके पर बी.एस. बिन्द्रा, ललित चौधरी, राजीव डिम्पल, अजय पराशर, मीडिया कोर्डिनेटर विजेन्द्र चौहान के साथ-साथ भाजपा पार्टी के अन्य पदाधिकारीगण व खेल जगत से जुडे खिलाड़ी मौजूद रहे।
गृहमंत्री के समक्ष खेल से काफी समय तक जुड़े रहे पुराने खिलाडिय़ों ने अपने यादगार लम्हे भी सांझा किये और सुझाव भी दिये। इसके साथ ही उन्होंने गृहमंत्री अनिल विज की कार्यशैली और विकास के कार्यों की जमकर प्रशंसा की। इन खिलाडिय़ों में हंस राज, रघुनाथ, अशोक शर्मा, राजेश शर्मा, मेवा लाल, यादव, दलेर सिंह, शेर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, राकेश शर्मा, महिन्द्र राणा और रविन्द्र सिंह सहित काफी संख्या में पुराने खिलाड़ी थे। इनमें से कईं खिलाड़ी वे थे जिन्होंने हीरो क्लब में रहते हुए मोहन बागान को हराने का काम किया।
मंत्री अनिल विज ने खेल के क्षेत्र में उभरते नये खिलाडिय़ों को भी अपना आशीर्वाद दिया, उनके साथ फोटो खिंचवाई, जिनमें छात्रा खिलाडिय़ों के साथ-साथ छात्र खिलाड़ी भी मौजूद रहे। इसके बाद उन्होंने समूचे स्टेडियम का दौरा किया और चल रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश भी दिये।