फोक मीडिया ने कल्याणकारी योजनाओं बारे किया ग्रामीणों को जागरुक
ऊना / 23 मई / न्यू सुपर भारत
मुख्यमंत्री रोशनी योजना के तहत प्रदेश के गरीब लोगों को निःशुल्क घरेलू बिजली कनेक्शन प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें कनेक्शन प्राप्त करने के लिए जमा किए जाने वाले 7500 रूपये के शुल्क से छुटकारा मिला है। लाभार्थियों को अग्रिम खपत भुगतान में भी 50 प्रतिशत की छूट का प्रावधान है। इस योजना के तहत अब तक 11,084 घरेलू कनेक्शन प्रदान किए गए है।
यह जानकारी सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सूचीबद्ध सांस्कृतिक दलों ने विशेष प्रचार अभियान के तहत आयोजित जागरुकता कार्यक्रमों के दौरान ग्रामीणों को दी।इस मौके पर पूर्वी कला मंच जलग्रां ने गिंडपुर मलौण व घंघरेट ग्राम पंचायतों और आरके कला मंच चिंतपूर्णी के कलाकारों ने नंगल सलांगड़ी व नारी ग्राम पंचायतों में गीत-संगीत व नुक्कड़ के जरिए जानकारी देते हुए बताया हिमाचल आॅनलाईन सेवा (ई-जिला) पोर्टल का उद्देश्य जिला और उपमंडल स्तर पर नागरिक केंद्रित सेवाओं की इलैक्ट्राॅनिक डिलिवरी सुनिश्चित बनाना है, ताकि नागरिकों को अपने कार्यों के लिए सरकारी कार्यालयों में बार-बार न जाना पडे़।
इसके माध्यम से सेवाओं की डिलीवरी को समयबद्ध तथा पारदर्शी बनाने में मदद मिली है। प्रदेश में इस समय 4500 लोकमित्र केंद्र कार्यरत है। पोर्टल से कुल 96 सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है जिनमें से 37 सेवाएं लोकमित्र केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है। सांस्कृतिक दलों ने बताया कि प्रदेश में चल रही महत्वपूर्ण योजनाओं व परियोजनाओं की आॅनलाईन निगरानी के लिए हिम प्रगति पोर्टल आरंभ किया गया है।
पोर्टल से विद्युत, औद्योगिक, पर्यटन व अन्य अधोसंरचनात्मक परियोजनाओं की स्वीकृतियां व अनुमोदन जैसे कार्य भी किए जा रहे हैं।जागरुकता कार्यक्रमों के दौरान सांस्कृतिक दलों ने मुख्यमंत्री खेल विकास योजना, मुख्यमंत्री युवा खेल प्रोत्साहन योजना, कौशल विकास भत्ता, बेरोजगारी भत्ता योजना, मुख्यमंत्री दस्तकार सहायता योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर नंगल सलांगड़ी प्रधान आशा देवी, उप प्रधान महेंद्र सिंह, नारी के प्रधान राम कुमार, गिंडपुर मलौण की घंगरेट की प्रधानप्रधान मीनाक्षी धीमान, उप प्रधान हरदेव सिंह, वार्ड सदस्य सुनीता, वरिंदर कुमार, कुसुम, लक्ष्मी, तरसेम लाल, सदेश कुमारी, नरेश कुमारी, शीला कुमारी सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।