रैडक्रास भवन के परिसर में लगभग 50 युवक व युवतियों को प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण किया जा रहा प्रदान
अम्बाला / 24 नवम्बर / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त एवं प्रधान जिला रैडक्रास सोसायटी विक्रम सिंह व राज्य सचिव, भारतीय रैडक्रास सोसाईटी, डी. आर. शर्मा के निर्देशानुसार तथा सचिव, जिला रैडक्रास सोसाईटी विजय लक्ष्मी के कुशल मार्गदर्शन में आज रैडक्रास भवन के परिसर में लगभग 50 युवक व युवतियों को प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी हरमेश चन्द ने प्रतिभागियों को रक्त के महत्व को बताते हुये अगवत करवाया कि अभी तक मानव रक्त का विकल्प सांईस नहीं ढूंढ पाया है। मानव रक्त की आपूर्ति केवल मानव रक्त से ही की जा सकती है।
एक स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 से 60 साल है और वनज 50 क्रि0ग्राम0 या उससे अधिक है तथा उसमें हीमोग्लोबिन की मात्र 12 एम.एम. से अधिक है, रक्तदान कर सकता है बशर्ते की उसे कोई बड़ी बीमारी ना है और पिछले 6 महीने में उसका कोई आप्रेशन ना हुआ हो। उपायुक्त के मार्गदर्शन में रैडक्रास सोसाईटी, अम्बाला द्वारा वित्त वर्ष के दौरान विभिन्न शैक्षिणक संस्थाओं व समाज सेवी संस्थाओं के माध्यम से 63 से अधिक रक्तदान शिविरों का आयोजन करके लगभग 4600 ईकाईयां जरूरमंद व्यक्तियों की सहायतार्थ एकत्रित की गई है।
संस्था उपायुक्त के मार्गदर्शन में रक्तदान क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है। जिला प्रशिक्षण अधिकारी ने प्रतिभागियों को अवगत करवाया कि एक स्वस्थ व्यक्ति 90 दिन के पश्चात् वर्ष में 4 बार रक्तदान कर सकता है और किसी जरूरमंद व्यक्त् िकी जान को बचा सकता है और आहवान किया कि हम सभी वर्ष में कम से कम दो बार रक्तदान अवश्य करना चाहिये। रक्तदान करने से हमारे शरीर में नये रक्त का संचार होता है और हमें ह्रदयघात होने का खतरा भी कम होता है।
प्रवक्ता एन.के. शर्मा ने प्रतिभागियों को दुर्घटना के दौरान आन्तरिक व बाहरी रक्त के दौरान बरते जाने वाली सावधाानियां व रक्त को रोकने के तरीकों के बारे अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि हम कपड़े से पटटी कैसे तैयार की जा सकती है और प्रतिभागियों को पटटी बांधने के तरीकों बारे डेमो देकर विस्तार पूर्वक समझाया गया।
इस मौके पर प्रतिभागियों को अवगत करवाया कि यदि आन्तिरिक रक्तस्राव हो रहा है, तो उसे सीधे तौर पर बंध ना करें, घाव पर कपड़ा आदि रखकर जिस तरफ से रक्त बह रहा है, उसी दिशा में लेटा कर डाक्टर तक पहुचायें। प्रतिभागियों को घाव पर पटटी बांधने की तरीकों बारे भी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई। प्रतिभागियों ने ध्यानपूर्वक सभी कार्यो को सीखा और स्वंय प्रैकटीकल करके भी देखा।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी हरमेश चन्द ने अगवत करवाया कि कोई भी व्यक्ति जो हरियाणा परिवहन विभाग में परिचालक हेतु अप्लाई करना चाहता है या अन्य कार्य हेतु व्यव्सायिक प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहता है, तो वह वेबसाईट www.haryanaredcross.in पर आन लाईन आवेदन कर सकता है।