फतेहपुर / 04 अक्तूबर / रीता ठाकुर
पौंग किनारे स्थित उपमंडल फतेहपुर के तहत पड़ती राजकीय बरिष्ट माध्यमिक पाठशाला धमेटा जहां से निकले होनहार बच्चे प्रदेश के उच्चस्थ पदों पर विराजमान रहे हैं ।आज उसी पाठशाला की हालत ऐसी है कि बच्चों को बैठने के लिये पर्याप्त कमरे ही नही हैं । जिस कारण बच्चों को मजबूरी में स्कूल प्रशासन को या तो जर्जर हो रहे भबन में बिठाना पड़ता है या फिर खुले आसमान के नीचे कक्षाएं लगानी पड़ती हैं ।लेकिन सरकार है कि उक्त क्षेत्र के सबसे पुराने स्कूल के लिये फंड उपलब्ध ही नही करबा पा रही है ।
बता दें आज जो आईएएस बिकास लाबरु जलशक्ति बिभाग के सचिब पद पर पहुंचे हैं बो भी इसी पठशाला के छात्र रहे हैं।लेकिन पाठशाला की बदकिस्मती कि उसे आज भबन के तरसना पड़ रहा है ।बता दें पाठशाला में मौजूदा समय में लगभग 400 छात्र -छात्राये शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जोकि कोबिड 19 के चलते स्कूल नही आ पा रहे हैं ।लेकिन जैसे ही हालात ठीक होंगे बच्चे स्कूल तो आएंगे लेकिन अध्यापकों के लिये सबसे बड़ी चुनोती उन्हें सुरक्षित जगह पर बिठाना रहेगी ।वहीं स्कूल में तैनात प्रिंसिपल बिजय कुमार से बात की तो उन्होंने बताया उन्होंने हाल ही में स्कूल के प्रधानाचार्य का पदभार संभाला है ।बताया जल्द ही बो स्कूल प्रशासन के साथ -साथ स्कूल प्रबंधन कमेटी ब अभिभाबकों की बैठक बुलाकर पाठशाला में भबन की कमी को खत्म करने के लिये रणनीति बनाएंगे ।