फतेहपुर / 27 अगस्त / रीता ठाकुर
बता दें तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्थानीय मौजूदा बिधायक एवं तत्कालीन कृषि मंत्री सुजान सिंह पठानिया ने फतेहपुर को करोड़ों रु की सब्जी, फल व अनाज मंडी की सौगात दी थी। लेकिन न तो फतेहपुर में सही तरीके से अनाज मंडी चल पाई है तो न ही फल ब सब्जी और तो और स्थानीय किसानों को अपनी नगदी फसलों को बेचने के लिये जसूर का रुख करना पड़ रहा है।
पंचायत भाटियाँ के गांव दरोट से सबंधित किसान जोध सिंह, अशोक कुमार, अजय गुलेरिया, प्रदीप सिंह, राकेश कुमार ने बताया बो व उनका परिबार कड़ी मेहनत कर अपने खेतों में खीरे की पैदाबार करते हैं लेकिन फतेहपुर स्थित मंडी में न तो उन्हें सही दाम मिल पाता है और न ही उनके खीरों की खपत हो पाती है जिस कारण उन्हें जसूर की सब्जी मंडी का रुख करना पड़ता है। बताया ऐसे ही अनाज को खरीदने बाले ब्यापारी भी फतेहपुर स्थित अनाज मंडी जाने की बजाए डमटाल का रुख करते हैं। उन्होंने सबंधित बिभाग व सरकार से गुहार लगाई है कि अगर फतेहपुर के किसानों के लिये करोड़ों रु खर्च खर्च कर सब्जी, फल व अनाज मंडी बनाई ही है तो इसका संचालन भी सही किया जाए। ताकि किसानों को अपनी नगदी ब दूसरी फसलों का घर द्बार पर उचित दाम मिल पाए।