फतेहपुर / 6 अक्तूबर / रीता ठाकुर
बेसहारा गौबंश को छत दिलबाने के सरकारों के बायदे फतेहपुर में पूरी तरह हबा -हबाई हो जाते हैं जब फतेहपुर की सड़कों ब बीरान जगहों पर बेसहारा गौबंश खुले में घूमता हुआ दिखाई देता है।
बता दें उपमंडल मुख्यालय फतेहपुर के करीब आधा किलोमीटर दायरे में गौशाला तो कार्यरत है । इसके बाबजूद भी गौशाला के 200 मीटर दायरे में कहीं सड़कों पर तो कहीं बीरान जगह पर गौबंश बेसहारा घूमता हुआ आसानी से देखा जा सकता है ।बता दे जब उपमंडल मुख्यालय फतेहपुर के नजदीक पंचायत लोहारा के भेरता में गौशाला का निर्माण हो रहा था तब एक नियम बनाकर नजदीकी पंचायतों लोहारा ,फतेहपुर ,कुटबासी ,जखाड़ा सहित अन्य एक दो पंचायतों में घूम रहे बेसहारा गौबंश को गौशाला में छत नसीब करबाने की योजना थी ।जो कुछ समय तक कारगर भी साबित हुई लेकिन अब धीरे -धीरे योजना धरातल पर फिसलती जा रही है जिस कारण अब उन्ही पंचायतों के क्षेत्रों में बेसहारा गौबंश बढ़ता जा रहा ।
स्थानीय पंचायतों के लोग बताते हैं अब गौशाला में बाहरी क्षेत्र के बेसहारा गौबंश को भी ले लिया जा रहा है ।जिस कारण जहां गौशाला में बेसहारा पशुओं की तादाद तो बढ़ी है लेकिन नजदीकी पंचायतों को राहत नही मिल पा रही है ।उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि क्षेत्र में पंचायत स्तर पर गौशाला खोलने को मंजूरी दी जाय ताकि सड़कों ब बीरान जगहों में गौबंश बिना छत के किसी को भी नजर न आये ।
: फोटो कैप्शन -फतेहपुर की सड़कों ब बीरान जगह पर खड़ा बेसहारा गौबंश ।