*कहा, सरकार की हिदायतोंनुसार प्रसव पूर्व लिंग जांच करवाना कानूनी अपराध
फतेहाबाद / 23 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
बेटियों को बचाना है और पढ़ाना है। इस कार्य के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी आमजन मानस को जागरूक करें। जिला में कन्या भ्रूण हत्या पर पूर्णतया: पाबंदी लगाएं। ये निर्देश उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने उपायुक्त कार्यालय में पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को दिए। उन्होंने जिला में पीसी एंड पीएनडीटी एवं जिला सलाहकार समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उपायुक्त ने जिलावासियों से भी आग्रह किया कि वे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में बढ़चढक़र भाग लें और कन्या भ्रूण हत्या से संबंधित मामले की जानकारी जिला प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग को तुरंत दें। सूचना देने में नागरिक देरी ना करें। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण जांच की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य, पुलिस विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी छापामार कार्यवाही कर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाएं।
उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि सरकार की हिदायतों के अनुसार प्रसव पूर्व लिंग जांच करवाना कानूनी अपराध है। इस कार्य में अगर किसी अल्ट्रासाउंड केंद्र की संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। पीएनडीटी एक्ट के तहत कोई भी चिकित्सक लिंग जांच नहीं कर सकता। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर अल्ट्रासाउंड केंद्रों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि जहां कहीं पर कोई भू्रण जांच की शिकायत या संदेह हो तो इस बारे कार्यवाही अमल में लाई जाएं। उन्होंने कहा कि जहां भी कहीं लिंग जांच हो रही हो या कोई व्यक्ति इसमें संलिप्त पाया जाए तो इस बारे स्वास्थ्य, पुलिस विभाग को तुरंत अवगत करवाएं।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि लिंग जांच बारे शिकायत मिले तो तुरन्त सीएमओ, उपायुक्त कार्यालय व पुलिस को बताएं, सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा और उसे सम्मानित भी करवाया जाएगा। बैठक में उपायुक्त ने अधिकारियों को यह भी बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान एक सामाजिक अभियान है। इस अभियान में समाज के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी होनी चाहिए। इसके साथ समय-समय पर विभिन्न शिक्षण संस्थाओं व अन्य समारोह में भी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान बारे लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाना चाहिए। बैठक में जिला न्यायवादी पूनम वर्मा, सीएमओ डॉ. मनीष बंसल, ड्रग्स कंट्रोलर ऑफिसर रजनीश धानीवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग से अधीक्षक परमजीत कौर आदि मौजूद रहे।