*नागरिकों से किया नशे के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान
फतेहाबाद / 22 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ के दिशा-निर्देशानुसार नशा मुक्त भारत अभियान के तहत विभिन्न विभागों द्वारा जिला के गांवों में नशा मुक्ति के लिए अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को जिला समाज कल्याण व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला के गांव ढिंगसरा के स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गांव के स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान नागरिकों के स्वास्थ्य की भी जांच की गई।
जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं अभियान की सदस्य सचिव इंद्रा यादव ने नागरिकों को नशे के खात्मे के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि अकेला प्रशासन नशा बंद नहीं कर पाएगा हम सबको मिलकर एक साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आज नशे के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता है। नशा बेचने वालों के बारे में जानकारी छूपाने का अर्थ स्वयं का नुकसान करना हैं। इसलिए आमजन एक जिम्मेवार नागरिक की भूमिका अदा करें और जिला प्रशासन का बढ़चढ़ कर अभियान में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि आमजन नशा बेचने वालों की सूचना जिला प्रशासन को दें, सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा तथा नशा बेचने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए भिन्न-भिन्न माध्यमों से लोगों को जागरुक किया जा रहा है तथा अभियान में समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्ेश्य जिला से नशे को खत्म कर नशा पीडि़त लोगों को समाज की मुख्यधारा में जोडक़र एक सभ्य समाज का निर्माण करना है। जिला प्रशासन द्वारा नशे के खात्मे के लिए न केवल प्रशासनिक स्तर पर बल्कि सामाजिक व धार्मिंक संस्थाओं तथा विभिन्न एनजीओ को भी जोडक़र कार्य किया जा रहा है।
इस मौके पर डिप्टी सीएमओ व नशा मुक्ति अभियान के प्रभारी डॉ. गिरीश कुमार ने आमजन से आह्वान करते हुए कहा कि नशा मुक्त मुहिम में हर नागरिक अपना योगदान व सहयोग करें ताकि जिला से नशे का जड़मूल खात्मा हो सके। उन्होंने कहा कि नशे में लिप्त व्यक्ति को ईलाज के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें स्थानीय नागरिक अस्पताल में स्थित नशा मुक्ति केंद्रों में लेकर जाएं। इन केंद्रों पर नशे से पीडि़त लोगों के ईलाज के साथ-साथ उनकी लगातार काउंसलिंग की जाती है तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाया जाता है। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही इस बुराई से छुटाकारा पाया जा सकता है। इसलिए सभी एकजुट होकर जिला को नशा मुक्त बनाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि नशे की जागरूकता के लिए 50 वॉलिंटियर तैयार किए जाएंगे जो नशे के दुष्प्रभावों के बारे में नशा तस्करों को रोकने को लोगों को जागरूक करेंगे।