जिला में कन्या भ्रूण हत्या की पूर्ण रोकथाम के लिए सभी का सहयोग जरूरी
फतेहाबाद / 17 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
कन्या भ्रूण हत्या करना व करवाना महापाप है तथा जघन्य अपराध है। इसके साथ-साथ यह एक कानूनी अपराध भी है। सरकार द्वारा कन्या भ्रूण हत्या की पूर्ण रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए गए है तथा कानून भी बनाए गए है। इसी कड़ी में जिला में भी कन्या भ्रूण हत्या की पूर्ण रोकथाम के लिए हम सभी को अथक प्रयास करने होंगे और धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं तथा जन प्रतिनिधियों का सहयोग जरूरी है। यह बात उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, पीएनडीटी एक्ट, पोक्सो एक्ट सहित विभिन्न महत्वाकांक्षी अभियानों के तहत आयोजित समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करते हुए कहीं।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिला में लिंगानुपात में सुधार के लिए यह आवश्यक है कि इस अभियान से जुड़े अधिकारी/कर्मचारी/कार्यकर्ता अपना दायित्व पूर्णरूप से निभाएं व जिन क्षेत्रों में लिंगानुपात में सुधार की जरूरत है, उनमें विशेष अभियान चलाते हुए लोगों को जागरूक किया जाएं। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के प्रचार प्रसार के लिए हरसंभव प्रयास के लिए कहा ताकि इसकी सार्थकता बनी रहे और नागरिकों में जागरूकता आए। उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण से संबंधित सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा तथा सूचना सही मिलने पर संबंधित व्यक्ति को एक लाख रुपये तक का ईनाम भी दिया जाएगा। उन्होंने पुलिस विभाग को भी निर्देश दिए कि सूचना मिलने पर छापामार कार्यवाही में अपडेट रहें तथा पोक्सो एक्ट मामलों में भी शीघ्रता से मामले दर्ज करें।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे समय-समय पर कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए छापामार कार्यवाही करें और जिला के जिन गांवों में 800 से कम लिंगानुपात है, उन गांवों में अधिकारी विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं। जिला फतेहाबाद के सभी नागरिकों व संबंधित विभाग के प्रयासों से इस वर्ष जिला ने लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिसके लिए सभी जिलावासी व संबंधित विभाग के अधिकारी/कर्मचारी बधाई के पात्र है। उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे 11 से 14 वर्ष तक की जो भी बच्चियां स्कूल नहीं जा रही हैं उन्हे तुरंत प्रभाव से स्कूल के साथ जोड़ा जाए, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रह सके। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जिला में लिंग जांच से संबंधित कोई भी शिकायत आती है तो उस पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही करें। बैठक में नगराधीश अनुभव मेहता, डीईओ दयानंद सिहाग, सीएमओ डॉ. मनीष बंसल, डीईईओ देवेन्द्र सिंह, सीएमजीजीए सुश्री ज्योति यादव, पीओ आईसीडीएस राजबाला सहित संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।