December 25, 2024

आत्मनिर्भर बनने के लिए लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ाने की सख्त जरूरत

0

डेरी फार्मिंग एंड वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग कोर्स के प्रशिक्षण समापन अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित करते संस्थान के निदेशक रमेश कुमार भाटिया व डॉ. महावीर चौधरी

*डेरी फार्मिंग एंड वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग कोर्स के समापन अवसर पर 16 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित

फतेहाबाद / 1 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सौजन्य से स्थानीय पंचायत भवन में संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा डेरी फार्मिंग एंड वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग कोर्स के प्रशिक्षण समापन अवसर पर संस्थान के निदेशक रमेश कुमार भाटिया व डॉ. महावीर चौधरी ने 16 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर कार्यक्रम का समापन किया। इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों को कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ाने की बेहद सख्त जरुरत है और अपना खुद का रोजगार शुरू करने के लिए अगर कोई ऋण के लिए आवेदन करना चाहे, तो करें और बैंक के द्वारा दी गई सहायता का लाभ उठाएं।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा जिला मुख्यालय पर चलाए जा रहे ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान से जिला के बेरोजगार युवक-युवतियों के कदम स्वरोजगार की तरफ बढ़ रहे हैं। संस्थान का उद्देश्य युवक-युवतियों को स्वयं का रोजगार शुरु करवा कर आत्मनिर्भर बनाना है यानि वे रोजगार लेने वाले नहीं बल्कि दूसरों को रोजगार देने वाले बने, जिससे गांव में बढ़ रही  बेरोजगारी पर अंकुश लगाया जा सके। फतेहाबाद में जुलाई 2009 से यहां पर बेरोजगार युवक-युवतियों को विभिन्न प्रकार के निशुल्क कोर्स कराए जा रहे हैं, जिनमें अभी तक 185 बैच के 4333 युवक-युवतियों को विभिन्न प्रकार की टैनिंग दी गई है, जिनमें से 997 युवक-युवतियों को बैंक द्वारा लोन दिया गया जबकि 1871 युवक-युवतियों ने स्वयं रोजगार शुरु किया है। प्रशिक्षण के दौरान यहां पर युवक-युवतियों को निशुल्क खाने की सुविधा दी जा रही है, वहीं कोर्स के दो वर्ष उपरांत तक स्वरोजगार शुरु करने के लिए संस्थान से युवाओं को निशुल्क मार्गदर्शन व जरूरत पडऩे पर बैंक द्वारा कार्य के मुताबिक लोन उपलब्ध कराया जाता है।

इन कोर्स का दिया जा रहा है प्रशिक्षण:-
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा बेरोजगार युवक-युवतियों को डेरी फार्मिंग एंड वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग, सेल फोन मुरम्मत सर्विस, मोमबती बनाना, कंप्यूटर हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर फोटोग्राफी, वैल्डिंग, भवन चरित्रकारी, पापड़ आचार मसाला बनाना, पेपरकवर, लिफाफा व फाइल मेकिंग, पल्मबिंग व सेनेट्री कार्य सहित अन्य कोर्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संस्थान द्वारा यहां पर निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें युवक-युवतियां काफी सख्या में भाग ले रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवक-युवतियों को आर्थिक स्तर पर लाभ मिल रहा है, वहीं संस्थान द्वारा कोर्स उपरांत भी उनका मार्गदर्शन किया जा रहा है। इसके अलावा संस्थान द्वारा करवाए जा रहे विभिन्न कोर्स के लिए युवाओं को गांवों में जाकर बताया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *