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स्वरोजगार अपनाकर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनें: डॉ. काशी राम

डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर प्रतिभागियों के साथ उपस्थित पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक डॉ. काशी राम, साथ है संस्थान निदेशक रमेश कुमार भाटिया।

*डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर 31 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित

फतेहाबाद / 10 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़

स्टेट बैंक ऑफइंडिया द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा दस दिवसीय डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक डॉ. काशी राम ने 31 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट प्रशिक्षण शिविर समापन का यह कार्यक्रम स्थानीय पंचायत भवन में प्रांगण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान निदेशक रमेश कुमार भाटिया ने की।

इस अवसर पर मुख्यातिथि उप निदेशक डॉ. काशी राम ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे स्वरोजगार अपनाकर अपने जीवन को मजबूत तथा आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ. काशी राम ने उपस्थितजन को विभाग की विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग की अधिकतर योजनाओं का लाभ नागरिकों को सरल हरियाणा पोर्टल के माध्यम से दिया जा रहा है। उन्होंने प्रतिभागियों को पशु क्रेडिट कार्ड योजना, बकरी एवं भेड़ पालन, निशुल्क पशु टीकाकरण सहित विभिन्न योजनाओं के साथ मिलने वाली सब्सिडी ऋण राशि बारे विस्तृत जानकारी दी और आह्वान किया कि वे पशुपालन व्यवसाय को अपनाकर अपने आर्थिक जीवन में सुधार लाएं।

संस्थान निदेशक रमेश कुमार भाटिया ने आए हुए अतिथि को संस्थान की आगामी गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक 186 बैच में 4364 युवक-युवतियों को विभिन्न प्रकार की ट्रैनिंग दी गई है, इनमें से 997 युवक-युवतियों को बैंक द्वारा ऋण दिया गया जबकि 1871 युवक-युवतियों ने स्वरोजगार शुरु किया है। उन्होंने बताया कि कोर्स समापन के दो वर्ष उपरांत तक स्वरोजगार शुरू करने के लिए संस्थान की ओर से युवक-युवतियों को निशुल्क मार्गदर्शन व जरूरत पडऩे पर कार्य के मुताबिक बैंक के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया जाता है।

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