December 23, 2024

युवाओं का वित्तीय साक्षर होना आवश्यक: प्राचार्य राजेश मेहता

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फतेहाबाद / 28 मार्च / न्यू सुपर भारत

सीएमजी राजकीय महिला महाविद्यालय, भोडिया खेड़ा में करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा युवाओं के लिए वित्तीय शिक्षा और शेयर बाजार में करियर के अवसर विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करवाया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश मेहता ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय संकट का समय हमें धन प्रबंधन और धन का कुशल उपयोग सिखाता है। युवाओं का निश्चित रूप से वित्तीय साक्षर होना आवश्यक है क्योंकि अगर वह वित्तीय साक्षर होंगे तभी अपनी कमाई का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग कर सकते हैं।

पैसा हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन का केंद्र है, हम न केवल शिक्षा बल्कि हम जो खाते हैं, जो कपड़े पहनते हैं, तकनीक जिसका हम उपयोग करते है, के लिए धन की आवश्यकता होती है। हमारे निवेश करने का तरीका वर्तमान और भविष्य की वित्तीय परिस्थितियों के साथ-साथ व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर भी निर्भर करता है। सभी युवा तेजी से आधुनिक दुनिया की तरफ बढ़ रहे हैं जहां उन्हें भविष्य में स्वयं के लिए वित्तीय योजना बनाने की जिम्मेदारी लेनी होगी।

करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल प्रभारी सहायक प्रो. सुमित्रा ने दो दिवसीय कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे रिसोर्स पर्सन अरुण पूनिया (एनआईएसएम, सेबी) व सभी छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा कि एक ठोस निवेश योजना बनाते समय आय और व्यय, संपत्ति और देनदारियों, जिम्मेदारियों और लक्ष्यों की विस्तृत समझ रखना महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने छात्राओं को बताया कि वित्तीय साक्षरता आधुनिक समाज में भाग लेने के लिए एक प्रमुख जीवन कौशल है। उन्होंने बचत व निवेश के अंतर को समझाते हुए कहा कि निवेश के लिए जिस पूंजी की आवश्यकता होती है वह पूंजी बचत से ही उत्पन्न हो सकती है।

बचत आमतौर पर अल्पावधि होती है और कोई भी ज्यादा शोध किए बिना की जा सकती है। वहीं दूसरी ओर निवेश, धन निर्माण, घर खरीदने, शिक्षा के वित्तपोषण आदि जैसे बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। निवेश के लिए अक्सर दीर्घकालिक प्रतिबद्धताओं और बाजार अनुसंधान की आवश्यकता हो सकती है। कार्यशाला के दौरान छात्राओं को प्रतिभूति बाजार में निवेश, प्राथमिक और द्वितीयक बाजार, म्यूचुअल फंड, विनियमन सुरक्षा व प्रतिभूति बाजार में कैरियर के अवसर जैसे विभिन्न विषयों पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला के अंत में छात्राओं के शंकाओं को दूर किया गया। इस अवसर पर डॉ. मोहिना, डॉ. रीटा, डॉ. पूजा, डॉ. कविता, सहायक प्रो. प्रीति व छात्राएं उपस्थित रही।

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