फतेहाबाद / 16 मार्च / न्यू सुपर भारत
लघु सचिवालय के सभागार में वीरवार को उपायुक्त जगदीश शर्मा व पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी के साथ में जिला की विभिन्न सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में जिला को नशा मुक्त, अपराध मुक्त, चोरियों पर अंकुश लगाने पर गहनता से विचार विमर्श किया गया। जिला प्रशासन व सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने विभिन्न मांगों व समस्याओं पर विचार विमर्श किया और बिंदु वाइज चर्चा की गई। पुलिस से संबंधित समस्याओं व शिकायतों के निवारण के लिए आगामी 27 मार्च को सायं 4 बजे पुराना सिटी थाना में पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी की अध्यक्षता में खुला दरबार का आयोजन किया जाएगा।
आयोजित होने वाले खुले दरबार में स्वयं पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी नागरिकों की समस्याओं को सुनेंगी और पुलिस विभाग द्वारा तत्परता से समस्याओं का समाधान करने का अथक प्रयास किया जाएगा।बैठक के दौरान उपायुक्त जगदीश शर्मा ने कहा कि जिला को नशा मुक्त, अपराध मुक्त, चोरियों आदि पर अंकुश लगाने के लिए हर आदमी को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी मिल जुलकर जिला को नशा मुक्त, अपराध मुक्त व चोरियों आदि पर अंकुश लगाने के लिए कार्य करना होगा। ठेका खोलने व बंद करने की समस्याओं के समाधान के बारे में बताया कि संबंधित ग्राम पंचायत या नगर पार्षद और वहां की जनता ठेका न खोलने का प्रस्ताव पास करके दें तो आगामी समय में सरकार के नियमानुसार वहां ठेका नहीं खुलेगा।
उन्होंने बताया कि नियमानुसार ही निर्धारित समय पर ठेका खोलने व बंद किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन नागरिकों की सेवा में तत्पर है। नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाएगा। उन्होंने एक-एक प्रतिनिधि की समस्या को ध्यानपूर्वक सुना और नियमानुसार समाधान करने का आश्वासन दिया।पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि किसी भी नागरिक को पुलिस से संबंधित समस्या है तो वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सुबह 11 बजे से बाद दोपहर एक बजे तक मिल सकते हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप या फोन पर भी समस्याओं हेतू अवगत करवा सकते हैं ताकि तुरंत प्रभाव से समस्याओं का समाधान किया जा सके।
उन्होंने कहा कि रतिया में वहां के नागरिक सिटी थाना के लिए शहर में जगह उपलब्ध करवा दें तो वहां सिटी थाना खुलवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिला के नागरिकों की पुलिस से संबंधित हर समस्याओं के समाधान के लिए जिला पुलिस द्वारा अथक प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि तस्करों, अपराधियों, लूटमार व चोरियों की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा नियमानुसार उचित कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थानीय शहर के नागरिकों की कोई शिकायत है तो वे किसी भी समय अपने नजदीकी पुलिस चौकी में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए पुलिस विभाग द्वारा शहर के पुराना सिटी थाना में 27 मार्च को खुले दरबार का आयोजन किया जाएगा। पुलिस गश्त को बढ़ाया जाएगा। इस मौके पर सामाजिक-धार्मिक संगठनों ने जिला प्रशासन का सहयोग करने का भी आश्वासन दिया।
बैठक में विभिन्न सामाजिक-धार्मिक संगठनों ने अपनी मांगे रखी। प्रतिनिधियों ने बताया कि जिला में नशा पीडि़त रोगियों के स्थाई उपचार के लिए जिला फतेहाबाद मुख्यालय पर 100 व टोहाना और रतिया में 50-50 बिस्तर का विशेष नशा पीडि़त अस्पताल बनाए जाए। चि_ा, हेरोईन, स्मैक आदि की नशा तस्करी में शामिल बड़े अपराधियों को उम्रकैद व फांसी की सजा का कानून बनाया जाए। जिला फतेहाबाद नशा व आपराधिक घटनाओं के लिजाह से हरियाणा का सबसे संवेदनशील क्षेत्र बनता जा रहा है, इसलिए इन क्षेत्रों को विशेष जोन में शामिल करके शहरी क्षेत्र में 20-20 प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र में 2 से 5 बाइक राइटर तैनात किए जाएं।
जिला मुख्यालय व ग्रामीण स्तर पर नशा व आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कमेटियां बनाई जाए जिनमें गैर राजनीतिक गणमान्यों को ही शामिल किया जाए। अक्सर पीडि़त पक्षों द्वारा कुछ पुलिस कर्मचारी व अधिकारियों पर आपराधिक वारदातों में संलिप्त लोगों से सांठ-गांठ करने के आरोप लगते रहे हैं, ऐसे में जिला में तैनात पुलिस के हर रैंक के पुलिस कर्मचारी का दो साल से ज्यादा कार्यकाल न हो और ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों को तुरंत जिला से बाहर स्थानांतरित किया जाए। रात्रि के समय पुलिस गश्त अन्य विभागों की तर्ज पर दो शिफ्ट में रात्रि 7 बजे से 2 बजे तक उसके बाद 2 बजे से सुबह 6 बजे तक करने का नियम बनाया जाए।
संगठनों ने मांग रखते हुए कहा कि जिला मुख्यालय की सीमाओं पर स्थाई चेकिंग पोस्ट बनाई जाएं ताकि कोई अपराधी वारदात के बाद सीमा से बाहर निकलने से पहले पकड़ा जा सके। नारकोटिक सैल भंग करके उनकी जगह प्रत्येक थाना में स्पेशल टीम बनाई जाए जो सिर्फ नशा तस्करों की धरपकड़ के लिए काम करे। शहर, गांव व ब्लॉक स्तर पर नशा सुधार काउंसलर नियुक्त किए जाए। नगर परिषद, जिला परिषद व पंचायतों तथा जिला पुलिस को सभी चौक-चौराहों पर एचडी सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए जाएं। हाई स्कूल से कॉलेज स्तर पर एक शिक्षिक को प्रशिक्षण देकर नशा से दूर रहने की काउंसलर की भूमिका में प्रत्येक सप्ताह क्लास लेने का प्रावधान किया जाए।
जिला के शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में रात्रि के समय दो गश्त कर्मचारी नियुक्त किए जाएं, जिनके नंबर नगर परिषद व पुलिस प्रशासन द्वारा वार्ड के सार्वजनिक जगहों पर अंकित हो। यदि कोई पुलिस कर्मचारी या अधिकारी किसी नशा तस्कर व अपराधी से मिलीभगत करता पाया जाता है तो उसे तुरंत प्रभाव से पदमुक्त किए जाने का कानून बनाया जाए। जिला पुलिस कप्तान व डीएसपी रैंक के अधिकारी का सप्ताह में दो बार सभी थाना चौकियों का निरीक्षण किया जाना सुनिश्चित किया जाए और उसकी रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय में प्रेषित करना भी सुनिश्चित हो, यदि कोई ऐसा न करता हो तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं आदि मांगों पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से विचार विमर्श किया। इस अवसर पर डीएसपी अजायब सिंह, सुभाष बिश्रोई सहित जिला की विभिन्न सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।