November 24, 2024

सभी गौशालाओं में लगेंगे सोलर प्लांट, आयोग का हुआ हरेड़ा से अनुबंध : श्रवण गर्ग *** जल्द ही सभी जिलों में होगा काऊ टास्क फोर्स गठन, 330 गौशालाओं में लगाए जा चुके सोलर प्लांट

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पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हरियाणा गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग।

-प्रदेश की गौशालाओं में संख्या आधार पर लगाए जाएंगे गोबर गैस प्लांट


फतेहाबाद, 29 जनवरी / राजन चब्बा


प्रदेश की सभी गौशालाओं में सोलर प्लांट लगाए जाएंगे, इसके लिए हरियाणा गौसेवा आयोग ने हरेड़ा से अनुबंध कर लिया है। इसके अलावा सभी गौशााओं में गोबर गैस प्लांट भी लगाए जाएंगे। गोबर गैस प्लांट गौशालाओं में गायों की संख्या के आधार पर लगाए जाएंगे। यह बात हरियाणा गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने पुराना बस अड्डा के नजदीक स्थानीय पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में एक पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही।



लघु सचिवालय के सभगार में हरियाणा गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग।

इसके उपरांत चेयरमैन ने लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित एक अधिकारियों की बैठक को भी संबोधित किया और गौ संरक्षण तथा गौवंश की सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए तथा मार्गदर्शन भी किया।



लघु सचिवालय के सभगार में हरियाणा गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग।


चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि सरकार ने प्रदेश की कई गौशालाओं में गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन भी खरीदी तथा गोबर से बनी लकडिय़ों से प्रदेश के कई इलाकों में अंतिम संस्कार भी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गाय के गोबर से बनी लकड़ी अंतिम संस्कार में सामान्य लकड़ी से 60 फीसदी तक कम लगती है। चेयरमैन ने कहा कि हरियाणा की गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अब तक 330 गौशालाओं में सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं, जिनमें बिजली का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन गौशालओं को पॉवर ग्रिड से जोड़ा गया है। यदि गौशाला में सोलर प्लांट से बिजली अधिक होगी तो पॉवर ग्रिड में चली जाएगी और कमी होने पर पॉवर ग्रिड से गौशालाओं को बिजली दी जाएगी ताकि वहां पर किसी प्रकार की परेशानी न।


उन्होंने कहा कि प्रदेश में साल 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद गायों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए हरियाणा गौ संवर्धन व संरक्षण कानून बनाया गया था, जिससे गायों की तस्करी पर रोक लगी हैं। लेकिन फिर भी गायों की तस्करी न हो, इसके लिए जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों में काऊ टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जिसके अध्यक्ष संबंधित जिला के उपायुक्त होंगे। इस टास्क फोर्स में गौभक्तों व सामाजिक संगठनों के सदस्यों को शामिल किया जाएगा। चेयरमैन गर्ग ने कहा कि हरियाणा की गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है, जिनके तहत गौशालाओं में सोलर प्लांट, गौबर गैस प्लांट तथा गायों के गौबर व मूत्र से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिवाली तथा गीता महोत्सव पर भी गौशालाओं में बनाए गए एक लाख से अधिक दीए जलाए गए थे। आमजन से अपील करते हुए चेयरमैन ने कहा कि एक समय था, जब हर घर में गौशाला होती थी। अब भी आम नागरिकों को चाहिए कि वे अपने घरों में गाय को रखे तथा गाय के लिए घर का प्रत्येक सदस्य प्रतिदिन एक रुपया दान स्वरूप दें। ऐसा होने से गौशालाओं की स्थिति सुदृढ़ होगी और कम समय में सुधार होगा।
आयोग के चेयरमैन ने देसी गायों की नस्ल पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि देसी गायों की नस्ल को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने विशेष सिमन तैयार करवाया है, जिससे 85 प्रतिशत फीसदी तक बछियां पैदा हो रही है। इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि इसे सिमन से पैदा होने वाली गायों के 10-12 लीटर से भी अधिक दूध होगा। उन्होंने कहा कि नये सिमन के आने के बाद अगले 3-4 सालों में गौवंश सडक़ों पर नहीं रहेगा। चेयरमैन ने बताया कि फतेहाबाद जिला में भी 1500 गायों को यह नया सिमन लगाया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार के पिछले सात साल में हरियाणा में गौशालाओं की संख्या दौगुनी हुई है। अब प्रदेश में 650 गौशालाओं में साढ़े चार लाख गौवंश रह रहा है। जिला के भट्टू खंड की तारीफ करते हुए चेयरमैन गर्ग ने कहा कि भट्टू प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का एकमात्र ऐसा खंड है, जिसके 24 गांवों में 27 गौशालाएं बनाई गई है, जिसके लिए जिला प्रशासन व गौभक्त बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के प्रत्येक गांव में एक गौशाला जरूर बने। चेयरमैन गर्ग ने अधिकारियों को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि सडक़ों पर घुम रहे गौवंश को गौशालाओं व नंदीशालाओं में भेजने का काम करें और अगले 20 वर्षों तक यह समस्या न आए, इसके लिए कार्य योजना तैयार करें तथा नई गौशाला/नंदीशाला बनाए। उन्होंने कहा कि गौशालाएं इंडस्ट्री का रूप लें, इसके लिए अधिकारी अथक प्रयास करें।


इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त समवर्तक सिंह ने कहा कि आगामी एक माह तक जिला में कोई भी गौवंश सडक़ों पर घुमता नजर नहीं आएगा, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अथक प्रयास किए जाएंगे। गौशालाओं की आमदनी बढ़े और स्वावलंबी बने, इसके लिए आमजन मानस को जागरूक किया जाएगा। जिला में लगभग 70 गौशालाएं व नंदीशालाएं है, जिनमें से 62 गौशालाओं में बायो गैस प्लांट भी लगाए गए है। 40 गौशालाओं में सोलर पॉवर प्लांट भी लग चुके हैं। सभी गौशालाओं में पॉवर प्लांट लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। आयोग के उपाध्यक्ष विद्या सागर बाघला ने भी गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने गौवंश संरक्षण तथा गौ संवर्धन अधिनियम के बारे में भी प्रकाश डाला। चेयरमैन गर्ग व उपाध्यक्ष बाघला ने ढांड, बनगांव आदि गौशालाओं का निरीक्षण किया और गौवंश समिति के प्रतिनिधियों व गौभक्तों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर एडीसी समवर्तक सिंह, आयोग के उपाध्यक्ष विद्या सागर बाघला, सचिव डॉ. कल्याण सिंह, एसडीएम कुलभूषण बंसल, सुरेन्द्र सिंह बैनीवाल, डीएसपी सुभाष बिश्रोई, डीडीएएच डॉ. काशी राम, डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल, सतीश कुमार मंगला,  सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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