फतेहाबाद/ 02 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़।
कृषि विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी राधेश्याम बिश्रोई ने गांव भूथन खुर्द में किसान हरि सिंह पुत्र जोत राम के खेत में स्ट्रॉ बेलर से पराली से गांठे बनाने के कार्य का निरीक्षण किया और क्षेत्र के किसानों से अपील की है कि वे धान कटाई के बाद फसल अवशेष को आग ना लगाएं। खेतों में फसल अवशेष जलाने से न केवल मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है, पर्यावरण भी प्रदूषित होता है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फसल अवशेषों का सही प्रबंधन करने के लिए कृषि यंत्रों पर भारी अनुदान भी दिया जाता है और पराली प्रबंधन करने वाले किसानों को भी प्रोत्साहन स्वरूप राशि दी जाती है। उन्होंने कहा जो किसान अपनी धान की पराली का कृषि यंत्र द्वारा पराली प्रबंधन करवाएगा तो उस किसान को प्रति एकड़ अधिकतम एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए किसान को विभागीय पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एग्रीहरियाणासीआरएम डॉट कॉम पर अपना पूर्ण विवरण देकर पंजीकरण करवाना होगा।
सहायक परियोजना अधिकारी ने कहा कि किसान यदि औद्योगिक इकाई में गांठों को बेचता है तो उसे संबंधित औद्योगिक इकाई से बिल प्राप्त करना होगा। इसके अलावा यदि पंचायत द्वारा उपलब्ध करवाई गई भूमि पर गांठों को एकत्रित करता है तो ग्राम पंचायत एवं विभागीय कर्मचारियों द्वारा उसे सत्यापित प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा, जिसे किसान द्वारा उक्त पोर्टल पर अपलोड करना होगा ताकि किसान को पराली प्रबंधन बारे प्रोत्साहन राशि दी जा सके। इस अवसर पर सूरजभान, हरि सिंह व अन्य किसान मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन : गांव भूथन खुर्द में किसान हरि सिंह के खेत में स्ट्रॉ बेलर से पराली से गांठे बनाने के कार्य का निरीक्षण करते कृषि विभाग के सहायक परियोजना के अधिकारी राधेश्याम बिश्रोई।