नशा मुक्त भारत अभियान के तहत मास्टर वालिंटियर्स को दिया गया प्रशिक्षण
फतेहाबाद / 21अक्तूबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
अंत्योदय भवन फतेहाबाद में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत मास्टर वालिंटियरर्स को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों व इससे होने वाले घातक परिणामों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला समाज कल्याण अधिकारी इंद्रा यादव व मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश ने की।
प्रशिक्षण शिविर में मास्टर वॉलिंटियर्स को संबोधित करते हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी इंद्रा यादव ने कहा कि नशे से मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर बुरा असर पड़ता है। नशे में डूबा इंसान अच्छे-बुरे की पहचान खो देता है। नशा करके सडक़ पर गाडी चलाने से दुर्घटना हो सकती है, जिसमें अनेक नागरिकों की जाने भी गई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक युवा पीढ़ी में जागरूकता अत्यन्त अनिवार्य है, तभी देश प्रगतिशील होगा। देश और देशवासियों के हित के लिए नशे को जड़ से उखाडना होगा तभी देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। नशा करने वाले व्यक्ति का नशा छुड़वाने के लिए कई काउंसलिंग सैन्टर हैं जो नशे की लत छुडवाने में प्रशंसनीय कार्य कर रहे है।
इस मौके पर मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश ने मास्टर वालिंटियरर्स को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि नशे के लिए समाज में शराब, गांजा, भांग, अफीम, चरस, स्मैक, कोकिन, तम्बाकू, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक दवाओं का उपयोग किया जा रहा है। इन जहरीले और नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति को सामाजिक, मानसिक और आर्थिक हानि पहुंचती है। उन्होंने नशे के प्रकार, नशा एक बीमारी है, नशे की बीमारी से मुक्ति, नशे के बारे में पैदा हुई गलत धारणाओं व नशा प्रयोग करने वाले व्यक्ति के मुख्य लक्षणों आदि की जानकारी विस्तार से दी। इस अवसर पर सीएमजीजीए सुश्री ज्योति यादव, वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन के प्रधान हरबंस लाल सहित विभिन्न गांवों के पंच-सरपंच आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन: स्थानीय अंत्योदय भवन में मास्टर वालिंटियर्स के प्रशिक्षण को संबोधित करते डीएसडब्ल्यूओ इंद्रा यादव व मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश कुमार।