*डीसी ने गांव ठुईयां में 30 एकड़ भूमि पर बनाए गए झींगा पालन प्लांट का निरीक्षण किया **आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में वैज्ञानिक ने किसानों को बताएं झींगा पालने के गुर
फतेहाबाद/भट्टू / 2 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने किसानों को आह्वान किया है कि वे फसल विविधिकरण और कृषि से जुड़े व्यवसाय अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। किसान कृषि से जुड़े व्यवसाय पशुपालन, मछली पालन करके अपनी आय में ईजाफा कर सकते हैं। इनके प्रोत्साहन के लिए सरकार ने भी अनेक योजनाएं चलाई है, उन योजनाओं का लाभ किसान लें। उपायुक्त बुधवार को भट्टू खंड के गांव ठुईयां में झींगा मछली को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में किसानों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उपायुक्त ने गांव ठुईयां में करीब 30 एकड़ भूमि पर बनाए गए झींगा मछली के प्लांट का अवलोकन भी किया और किसानों का हौंसला बढ़ाया। उपायुक्त ने इस अवसर पर पौधारोपण भी किया। इसके उपरांत गांव बनमंदोरी में किसान अनूप द्वारा इन-हाउस पोंड में की जा रही झींगा पालन का भी निरीक्षण किया तथा जानकारी हासिल की।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने कहा कि आज का युग मार्किटिंग का युग है। किसान अपने उत्पादों की जितनी ज्यादा मार्किटिंग करेंगे, उतना ही लाभ कमा सकेंगे। सरकार भी उनकी मार्किटिंग में सहयोग कर रही है। किसानें को भी इसमें आगे आना होगा। सरकार, किसान और विभाग आपसी तालमेल स्थापित कर उत्पाद को मार्केट में बेच सकते हैं। उन्होंने झींगा मछली पालन को किसानों के लिए सुनहरा अवसर बताया और कहा कि जिस पानी में कोई फसल नहीं हो सकती है, उस पानी में झींगा का पालन कर किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो सकता है। झींगा मछली का पालन खारे पानी में होता है और जिला में लगभग 100 एकड़ भूमि पर झींगा मछली का पालन किया जा रहा है, जो हरियाणा में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने गांव ठुईयां में झींगा पालन कर रहे युवाओं को हौंसला बढ़ाया और उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार की ओर से मिलने वाली योजनाओं का लाभ उन्हें दिलवाया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि किसान परम्परागत फसलों को छोडक़र आधुनिक युग में की जाने वाली खेती और कृषि से जुड़े व्यवसायों को अपनाएं। बुजुर्ग किसान पढ़े लिखे युवाओं को प्रोत्साहित और प्रेरित करें कि वे कृषि क्षेत्र में नये अवसर तलाश कर काम शुरू करें। किसानों को अगर कोई समस्या है तो उसक निदान सरकार और प्रशासन द्वारा करवाया जाएगा। किसानों को संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे। झींगा मछली की मार्किटिंग और इसके बेचने में किसान को कोई दिक्कत न आए, इसके लिए मत्स्य विभाग उनका सहयोग करेगा। किसान कलस्टर बनाकर सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं में लोन और सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। किसान मेहनत और दिमाग लगाकर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं।
इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने किसानों को कोविड-19 के बचाव बारे भी जागरूक किया और उनसे आह्वान किया कि वे फेस मास्क का प्रयोग करें। सोशल डिस्टेंस रखें और अपने आप को साफ-सूथरा रखें। सरकार और प्रशासन द्वारा की जा रही सैम्पलिंग प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग की टीम का नागरिक सहयोग दें। स्वयं स्वस्थ रहे और समाज को भी स्वस्थ बनाएं। इस अवसर पर उपायुक्त ने किसानों की समस्याएं भी सुनीं और उनको आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का निदान करवाया जाएगा तथा सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।
इस मौके पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के वैज्ञानिक डॉ. तेजपाल दहिया ने किसानों को झींगा पालन और उसके द्वारा कैसे आमदनी बढ़ाएं, इसकी विस्तृत जानकारी दी। जिला मत्स्य अधिकारी बलबीर सिंह, मत्स्य अधिकारी राजेश बेनीवाल व सुनील कुमार ने भी किसानों को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच सुलतान सिंह, अजीत, अनिल, विरेन्द्र बेनीवाल, शिवराज बेनीवाल, सतीश लाम्बा, मनोज बेनीवाल, कृष्ण बेनीवाल व बंटी सहित मत्स्य पालन किसान मौजूद रहे।