टोहाना / 18 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
उपमंडलाधीश प्रतीक हुड्डा ने बैलर व आधुनिक मशीनों द्वारा धान की फसल के अवशेषों की गांठें बनाने के कार्य का किसान अनिल कुमार भाटिया के खेत में जाकर निरीक्षण करते हुए किसान की प्रशंसा व प्रोत्साहित किया। एसडीएम ने दूसरे किसानों को भी अनिल कुमार भाटिया की तरह पराली न जलाकर सही प्रबंधन करने का आह्वान किया।
एसडीएम श्रीहुड्डा ने कहा कि किसान अनिल कुमार भाटिया ने अपनी 16 एकड़ जमीन पर बैलर की सहायता से धान की फसल के अवशेषों को जलाने की बजाय उनकी गांठ बनाकर खेत से हटाया है, इसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाना समाधान नहीं है, इसका प्रबंधन किया जाना चाहिए।
पराली जलाने से जहां वातावरण दूषित होता हैं, वहीं खेत की जमीन को भी हानि पहुंचती है। पराली को जलाने की बजाए इसके प्रबंधन करके न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहयोगी बनें, बल्कि किसान इसे अपने लाभ का भी जरिया बनाएं। पराली जलाने से उठने वाला धुंआ पर्यावरण को तो प्रदूषित करता ही है, साथ में मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है।
बुजुर्ग, बच्चों व दमा के रोगियों के लिए तो यह और भी भयंकर साबित होता है। बहुत से किसान हैं, जोकि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के माध्यम से अनुदान पर मिलने वाले फसल अवशेष प्रबंधन कृषि उपकरणों से पराली का उचित प्रबंधन कर लाभ कमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा पराली प्रबंधन के लिए सुपर सीडर, सीडर व बैलर किसानों को विभाग द्वारा अनुदान पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण तो प्रदूषित होता ही है साथ ही पशुओं के लिए चारे की समस्या भी बन जाती है।
प्रदूषण हम सब के लिए हानिकारक है। हम सब को प्रदूषण को कम करने के लिए आगे आना चाहिए। पर्यावरण की स्वच्छता को बनाए रखने में सभी का सहयोग जरूरी है। इस दौरान उपमंडल कृषि अधिकारी मुकेश मेहला व एसएमएस रामेश्वरम दास भी मौजूद रहे।