धर्मशाला / 17 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत
व्यय पर्यवेक्षक धर्मशाला, नगरोटा, कांगड़ा तथा शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र सुशांत कुमार आईआरएएस तथा देहरा ज्वालामुखी, जसवां प्रागपुर के व्यय पर्यवेक्षक नीतिन कुमार आईआरएस ने निष्पक्ष तथा स्वतंत्र चुनाव प्रक्रिया के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश व्यय निगरानी टीमों को दिए गए हैं। इस बाबत उपायुक्त कार्यालय सभागार में व्यय निगरानी टीमों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए व्यय निगरानी अत्यंत जरूरी है
इस के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के आधार पर प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में व्यय निगरानी के लिए उड़नदस्ते तथा नाके भी लगाए जाएंगे ताकि निर्वाचन में किसी भी स्तर पर नगदी या अन्य तरह का प्रयोग चुनाव को प्रभावित करने के लिए नहीं हो सके।उन्होंने कहा कि बैंक प्रबंधन को भी प्रतिदिन की लेन-देन, आनलाइन मनी ट्रांसफर की निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही निर्वाचन डयूटी पर तैनात आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी शराब की बिक्री पर पूर्णतय चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
जीएसटी विभाग को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही नारकोटिक्स के नोडल अधिकारियों को भी नियमित तौर पर रिपोर्ट के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि रिटर्निंग आफिसर तथा एकांउटिंग टीम को भी व्यय निगरानी के लिए उपयुक्त जगह पर नाके इत्यादि लगवाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों में पेड न्यूज इत्यादि की निगरानी के लिए मीडिया प्रमाणन समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र तथा निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने मोबाइल ऐप सी विजिल लांच किया है इस ऐप के जरिये आम जन आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकेगा। उन्होंने कहा कि सी विजिल ऐप से प्राप्त शिकायतों का सौ मिनट में निवारण भी सुनिश्चित किया जाए।इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में विधानसभा निर्वाचन 2022 में राजनीतिक दलों तथा प्रत्याशियों की व्यय निगरानी के लिए ई-कैच कांगड़ा एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रैकिंग चुनाव ऐप तैयार किया गया है।
व्यय निगरानी को सरल बनाने तथा प्रत्याशियों के व्यय की प्रत्येक दिन की आनलाइन रिपोर्टिंग समय पर सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि व्यय निगरानी टीमों को ई-कैच ऐप के प्रयोग के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि निर्वाचन के दौरान व्यय की बेहतर निगरानी सुनिश्चित की जा सके।इस अवसर पर जिला सूचना केंद्र से वरिष्ठ वैज्ञानिक अक्षय मेहता ने ई-कैच ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर एडीसी गंधर्वा राठौढ, एडीएम रोहित राठौर, निर्वाचन विभाग के तहसीलदार संजय राठौर उपस्थित थे।