जवाली / 22 सितंबर / शिबू ठाकुर
लियूनी गांव : जहां एक ओर सरकारों द्वारा जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती हैं, वहीं ये योजनाएं तब दम तोड़ देती हैं जब लोगों को उनका लाभ नहीं मिल पाता। ज्वाली विधानसभा की पंचायत भाली के तहत गांव लियूनी के लोग आज भी सड़क से महरूम हैं। यहां रहने वालों को पक्के रास्ते का तो दूर, पैदल चलने के लिए भी सुविधा नहीं है।
सरकारों की अनदेखी
गांव में लोग पिछले 50 वर्षों से रह रहे हैं और इस दौरान कई सरकारें आईं और गईं, लेकिन किसी भी सरकार ने उनकी सुध नहीं ली। गांव के बीच एक खड्ड है, जिसमें पुल न होने के कारण स्कूली बच्चे कई-कई दिन तक स्कूल नहीं जा पाते।
Video : आज भी सड़क सुविधा से मरहूम लोग, कई सरकारें आईं, कई सरकारें गईं……
नेताओं की चुनावी राजनीति
गांव में करीब 25 से 30 परिवार निवास करते हैं। ऐसा नहीं है कि यहां कोई नेता नहीं पहुंचता; वे चुनाव के समय आते हैं, लेकिन उसके बाद उनकी कोई खबर नहीं रहती।
स्थानीय लोगों की दुर्दशा
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि आज तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ। जब गांव में कोई बीमार होता है, तो उसे चारपाई पर लेकर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। कई लोग बीमारी के कारण घर नहीं जा पाते और भाली में किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं।
प्रशासन से गुहार
ग्रामीणों ने कई बार पंचायत में गुहार लगाई है, लेकिन आज तक किसी ने उनकी सुनवाई नहीं की। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, पंचायती राज विभाग के मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह, और विधायक चौधरी चंद्र कुमार से अपील की है कि जल्द से जल्द पुल और सड़क मार्ग का निर्माण करवाया जाए।