हमीरपुर / 11 फरवरी / रजनीश शर्मा /
हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मचारियों, अभियंताओं व पेंशनरों की संयुक्त संघर्ष समिति ने हमीरपुर में महापंचायत का आयोजन किया। कार्यक्रम में हमीरपुर के बिजली बोर्ड कर्मी, पेंशनर, आउटसोर्स कर्मी मौजूद रहे। कमेटी की ओर से हीरालाल सहित अन्य वक्ताओं ने प्रदेश सरकार की युक्तिकरण व केंद्रीयकरण के नाम पर शुरू की गई पद समाप्ति की मुहिम को एकतरफा करार देते हुए इसे बंद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अन्य बिजली बोर्ड कर्मियों को जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की ओर से प्रदेश सरकार को गलत जानकारियां देकर विद्युत बोर्ड लिमिटिड को तहस-नहस करने का काम किया जा रहा है। इसे लेकर प्रदेश भर में सभी कर्मचारियों व पेंशनर्स में भारी आक्रोश है। संयुक्त मोर्चा के सह संयोजक हीरालाल वर्मा ने बताया कि सभी कर्मी इन दिनों सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक वर्क टू रूल के तहत ही काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड में युक्तिकरण के नाम पर पद समाप्त नहीं होने देंगे। इस अवसर पर कर्मचारी व अभियंता के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा सेवानिवृत्त साथी ई. एएस गुप्ता, चंद्र सिंह मंडयाल, ई.डीएस डटवालिया, कुलदीप खरवाड़ा ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया। वहीं पंचायत में चर्चा के बाद गांधी चौक तक रैली निकली गई और अगली जिला पंचायत 28 फरवरी को उना में होनी तय हुआ है।
ये हैं कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
1. बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन बहाल की जाए
2. बिजली बोर्ड में युक्तिकरण के नाम पर 706 सरप्लस पदों को बहाल किया जाए और नई भर्तियां शुरू की जाए।
3. बिजली कर्मचारियों व अभियंता के साथ जून 2010 में हुए समझौते को लागू करते हुए छेड़छाड़ नहीं की जा सकती
4. बिजली बोर्ड़ पेंशनरों के सेवानिवृत्ति के लाभ और पेंशन की बकाया राशि की अदायगी शीघ्र की जाए।
5. बिजली बोर्ड में आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाए और भविष्य में आउटसोर्स भर्ती बंद की जाए।
6. बिजली बोर्ड में सबस्टेशन व पावर हाउस की ऑपेरशन एंड मेंटेनेंस आउटसोर्सिंग बंद की जाए।