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चुनाव पर्यवेक्षकों ने नोडल अधिकारियों के साथ की बैठक

धर्मशाला / 25 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत

हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव-2022 को लेकर कांगड़ा जिले के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों ने मंगलवार को चुनाव से जुड़े नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। उपायुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित इस बैठक में सामान्य पर्यवेक्षक आईएएस अधिकारी भुवनेश प्रताप सिंह, दुष्मंत कुमार बेहेरा, किरपा नंद झा और वरजेश नरैण उपस्थित रहे। वहीं पुलिस पर्यवेक्षक आईपीएस अधिकारी लता मनोज कुमार भी बैठक में मौजूद रहीं ।

इस मौके जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा खुशाल शर्मा व पुलिस अधीक्षक नूरपुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि चुनावों की दृष्टि से सामान्य पर्यवेक्षकों एवं पुलिस पर्यवेक्षक ने मंगलवार को कांगड़ा जिले में निर्वाचन प्रक्रिया में लगे नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर उचित दिशा निर्देश दिए।

पर्यवेक्षकों ने नोडल अधिकारियों से शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव संपन्न कराने को लेकर किए जा रहे प्रबंधों के बारे में जाना। उन्होंने बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान को लेकर के लिए खास प्रबंधों की जानकारी भी ली।डॉ. निपुण जिंदल ने पर्यवेक्षकों को जिला प्रशासन की तैयारियों से अवगत कराया।

कांगड़ा जिले में 13 लाख 12 हजार 774 मतदाता करेंगे विधानसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कांगड़ा जिले की 15 विधानसभा सीटों के लिए 13 लाख 12 हजार 774 मतदाता विधानसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें  6 लाख 53 हजार 157 महिला मतदाता और 6 लाख 59 हजार 615 पुरुष वोटर हैं। इसके अलावा तीसरे जेंडर के 2 मतदाता हैं। सर्विस वोटर की संख्या 21746 है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कांगड़ा जिले में करीब 10 हजार 290 दिव्यांग मतदाता हैं। इनमें 6799 पुरुष और 3491 महिला मतदाता हैं। वहीं, जिले में 80 साल से अधिक उम्र वाले 35 हजार 551 मतदाता हैं।चुनावों में सबकी भागीदारी तय बनाने को प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध रहेंगे। विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए खास व्यवस्था की गई है।

80 प्लस आयु और दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा
उन्होंने बताया कि 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं के साथ साथ दिव्यांग मतदाताओं को भी घर से मतदान करने की सुविधा का विकल्प प्रदान किया गया है। इसके लिए प्रशासन की ओर से विशेष दलों ने बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के घर जाकर मतदान के विकल्प को लेकर फॉर्म भरवाए हैं। अभी तक जिले में कुल 5720 बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान का विकल्प चुना है। इन सभी मतदाताओं के मतदान के लिए विशेष दल निर्धारित शेड्यूल के अनुसार मतदान की प्रक्रिया पूर्ण करवाएंगे।

मजबूत सहभागिता एवं सबके लिए ‘सुलभ चुनाव’
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने और वापिस ले जाने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। मतदान केंद्रों पर उनकी सुविधा के लिए व्हीलचेयर, रैंप और अन्य सभी जरूरी इंतजाम रहेंगे। चुनावी प्रक्रिया में दिव्यांगजनों की मजबूत सहभागिता एवं सबके लिए ‘सुलभ चुनाव’ बनाने पर विशेष जोर है।

कांगड़ा जिले में 1625 पोलिंग बूथ
   डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिले में 1625 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें शहरी क्षेत्र में 143 और ग्रामीण क्षेत्र में 1482 मतदान केंद्र हैं। 813 मतदान केंद्रों की वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है। 30 पोलिंग बूथ ऐसे होंगे जिन्हें महिला चुनाव कर्मी संचालित करेंगी।

बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए प्रशासन ने तैयार की ई-कैच ऐप
जिला निर्वाचन अधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में तैनात चुनाव निगरानी दलों में बेहतर समन्वय और उनके काम काज पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन ने ई-कैच ऐप (कांगड़ा एप्लीकेशन फॉर ट्रैकिंग चुनाव) तैयार की है। ये ऐप फील्ड में तैनात विभिन्न निगरानी दलों के कामकाज को आसान और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक है। पर्यवेक्षकों ने चुनाव प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की इस अभिनव पहल की सराहना की। 

पुलिस अधीक्षक कांगड़ा खुशाल शर्मा ने जिले में चुनाव की दृष्टि से लगाए पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए कदमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अवगत कराया कि जिले में 15 स्थानों पर नाकों के जरिए हर आने जाने वाले वाहन पर नजर रखी जा रही है। औचक निरीक्षण करके अवैध गतिविधियों पर लगाम के लिए लगातार तत्परता से काम किया जा रहा है।
अतिरिक्त उपायुक्त गंधर्वा राठौर ने जिले में चलाई स्वीप गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।

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