हमीरपुर / रजनीश शर्मा
हस्तशिल्पियों के घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय बाज़ार को प्रोत्साहन देने के लिए सुजानपुर में एक दिवसीय सैमिनार का अयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के हस्तशिल्पियों के लिए स्थायी रोजगार और उद्यमिता विकास के लिए एक रोड मैप तैयार करना है।
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (ईपीसीएच) के सहयोग से प्रयास सोसाइटी द्वारा सुजानपुर के चिल्ड्रन पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम में शिल्पी बेक्टा एसडीएम सुजानपुर , कीर्ति चंदेल बीडीओ सुजानपुर,अवनीश परमार प्रयास संस्था के प्रमुख, राकेश कुमार डीजी ओपी मल्होत्रा शिल्प गुरु ने हस्तशिल्प कला की ख़ूबियों से अवगत करवाया।
इस बारे में प्रयास संस्था के अध्यक्ष अवनीश परमार ने बताया कि निर्यात व्यवसाय अत्यधिक विशिष्ट कार्य क्षेत्र है और प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सफलता संभव नहीं होगी जब तक कि निर्यात योजना और प्रबंधन के लिए अधिक व्यावहारिक दृष्टिकोण नहीं अपनाया जाता है। उन्होंने बताया कि यह सैमिनार हिमाचल में पहली बार आयोजित किया जा रहा है तथा इसके बेहतर परिणाम आएँगे।
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स के डीजीएम राकेश कुमार ने बताया कि उद्योग विभाग हस्तशिल्प कला को रोज़गार के साथ जोड़ने का प्रयास कर रहा है।
एसडीएम शिल्पी वेक्टा ने अपने सम्बोधन में कहा कि हस्तशिल्प को रोज़गार के रूप में प्रोत्साहित करने की सख़्त ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि प्रयास संस्था तथा ईपीसीएच के सहयोग से आयोजित इस सैमिनार में लोगों को कई उपयोगी जानकारी मिली है।