अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मादक पदार्थों की तस्करी की समस्या से निपटने के लिए प्रयास किए
अम्बाला / 22 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने लोकसभा में बोलते हुए बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने हेतु प्रतिबंध है। मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार ने द्वि-आयामी रणनीति अपनाई है जिसमें मादक पदार्थों की आपूर्ति में कमी लाना तथा मादक पदार्थों की मांग में कमी लाना शामिल है। उन्होंने कहा कि जहां ड्रग्स की अवैध खेती की रोकथाम के लिए कार्य योजना एवं रणनीति तथा सेटेलाइट से मुआयना जैसे कदम उठाए गए हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मादक पदार्थों की तस्करी की समस्या से निपटने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकार ने 27 देशों के साथ द्विपक्षीय समझौता किया है। 15 देशों के साथ समझौता ज्ञापन किया है। जर्मनी और सऊदी अरब के साथ सुरक्षा सहयोग पर करार किया है। यह जानकारी उन्होंने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।उन्होंने कहा हालांकि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय मादक पदार्थों को रोकने के लिए नोडल एजेंसी बनाई गई है परन्तु गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और वित मंत्रालय सामूहिक कार्य योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि राज्य मंत्री रहते हुए 15 अगस्त 2020 में उन्होंने 272 जिलों में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए कार्य योजना प्रारंभ की थी।
जिसके अंतर्गत देशभर में जागरूकता बढ़ाने के लिए जीवन को हां, ड्रग्स को ना शीर्षक से द्धह्लह्लश्चह्य://श्चद्यद्गस्रद्दद्ग.द्व4द्दश1.द्बठ्ठ पर ई-प्रतिज्ञा अपलोड किया गया है तथा मशहूर हस्तियों द्वारा नशीली दवाओं के विरुद्ध एक युद्ध नशे के विरुद्ध जैसे स्लोगनो के माध्यम से जन जागरण किया जा रहा है। गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन और गुवाहाटी तथा गांधीनगर में दो क्षेत्रीय सम्मेलन किए गए, जो कि मादक पदार्थों की तस्करी विरोधी अभियान को प्रोत्साहित करने तथा राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय बढ़ाने में मददगार साबित हुए हैं।
इस मुद्दे पर 27-28 अक्टूबर 2022 को सूरजकुंड के चिंतन शिविर (गृह मंत्रियों का सम्मेलन) में विचार विमर्श किया गया। जिसमें माननीय प्रधानमंत्री ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया था और मादक पदार्थों की तस्करी के प्रति शून्य सहिष्णुता का दृष्टिकोण रखने का निर्देश दिया था। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान यह बात सामने आई है कि नार्को आतंकवाद सभी देशों के लिए चिंता का विषय है।
श्री कटारिया ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के लिए केंद्र सरकार कई बड़ी कार्रवाई कर चुकी है। वर्ष 2006 से 2013 के मध्य 22,45,178 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की गई थी, वहीं 2014 से 2022 के मध्य 62,60,230 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की गई है, जिसमें क्रमश: 1,45,062 (2006-13) और 4,14,697 (2014-22) मामले दर्ज किए गए और क्रमश: 1,62,908 (2006-14) और 5,23,234 (2014-22) गिरफ्तारियां की गई हैं।
पिछले 3 वर्षों में 32,182 एकड़ अफीम की खेती और 79,234 एकड़ भांग की अवैध खेती को नष्ट किया गया है। इसी दौरान एनडीपीएस अधिनियम से संबंधित 1,80,769 मामले दर्ज किए गए और 2,41,188 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई हैं।कटारिया जी ने कहा कि ड्रग्स की लत में पड़े व्यक्तियों को परामर्श केंद्रों के माध्यम से उपचार और पुनर्वास के साथ साथ परामर्श, नशा मुक्ति के बाद सहायता और मुख्यधारा से जुडऩे में भी सहयोग करता है।