…..और फिर यूँ सात फेरों में बदला शादी का ड्रामा, नरेश व शिखा ने झनियारी मंदिर में पूरी की शादी की रस्में
हमीरपुर / रजनीश शर्मा
अगर सात जन्मों का बंधन आज ही बँधा जाना था तो उसे कोई बाधा या क़ानून भी नहीं रोक पाया । एसडीएम कोर्ट हमीरपुर में शादी की औपचारिकताओं में उलझे विदेश में नौकरी कर रहे नरेश को आख़िर सोमवार को ही अपनी जीवन संगिनी शिखा का साथ मिल गया । दोनों परिवारों ने झनियारी मंदिर में दुल्हा- दुल्हन की शादी की रस्में पूरी करवाई। नरेश चंद बिलासपुर जिला की झंडूता तहसील के दशमल इलाक़े से है तथा मालद्वीव में एक होटल में कार्य करता है। वहीं उनकी पत्नी शिखा हमीरपुर ज़िला के बल्ह क्षेत्र से है। शिखा व नरेश समाज को कोर्ट मैरिज कर समाज को लाखों रुपए की फ़िज़ूलख़र्ची रोकने का संदेश देना चाहते थे । नरेश भी मालद्वीव से कोर्ट मैरिज करने 20 दिन की छुट्टी लेकर घर पहुँच गया। दोनों परिवार भी कोर्ट मैरिज के लिए तैयार थे लेकिन कोर्ट मैरिज की एक माह लम्बी औपचारिकताओं में वे उलझ गये। दोनों परिवारों ने फिर किसी मंदिर में सोमवार को ही शादी की रस्में पूरी करने का निर्णय लिया और देर शाम नरेश व शिखा झनियारी मंदिर में शादी के बंधन में बंध गये।दोनों परिवारों की सहमति से हुए इस विवाह की क्षेत्र में ख़ूब चर्चा है। मंदिर कमेटी भी उन्हें शीघ्र ही मैरिज सर्टिफ़िकेट प्रदान कर रही है ।