नूरपुर (पंकज ) डॉ. विपन गुलेरिया ने मंगलवार को क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र जाच्छ ( नूरपुर ) के सह- निदेशक के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नूरपुर जैसे गर्म जलवायु क्षेत्र में आम, संतरा, किन्नू व लीची की पैदावार संबधी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फलों व सब्जियों को बीमारियों के प्रकोप से बचाने व पैदावार को बढ़ोतरी को लेकर अनुसंधान किया जाएगा। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि जंगली पेड़ों लसूड़ा, हरड़, बेहड़ा व आंवला की नई प्रजातियों को विकसित किया जाएगा। कम उपजाऊ क्षेत्रों में इनकी पैदावार बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र का यह प्रयास रहेगा कि किसानों व बागवानों को खेती व बागवानी की नई नई तकनीक वारे जागरूक किया जाए । उन्होंने कहा कि किसानों व बागवानों से नियमित रूप से संवाद किया जाएगा ताकि उन्हें विज्ञानकों की सेवाएं मिल सके व वह खेती व बागवानी की नवीनतम तकनीक का लाभ ले सके व उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसान व बागवान किसी भी कार्य दिवस में अपनी समस्याओं को लेकर उनसे मिल सकते हैं। फोटो केप्शन – फाइल फोटो डॉ विपिन गुलेरिया