जिला स्तरीय सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की बैठक आयोजित
मंडी / 30 जून / न्यू सुपर भारत
आज अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने गुरुवार को जिला स्तरीय सतर्कता एवं प्रबोधन, दिव्यांगता, स्थानीय स्तर समिति और 15 सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ली। जतिन लाल ने बैठक में दिव्यांगजनों के पुनर्वास व सशक्तिकरण से संबंधित मामलों पर चर्चा करते हुए कहा कि सुगम्य भारत अभियान के माध्यम से दिव्यांगजनों को सार्वभौमिक सुगम्यता और बाधारहित वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के दूसरे चरण में सरकार द्वारा चयनित 14 शहरों में मंडी व सुन्दरनगर को भी रखा गया है और इन दोनों शहरों में कार्यालय भवनों को दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य बनाया जा रहा है । इस अभियान के तहत 137 सरकारी कार्यालय भवनों को लाया गया है और इसे लेकर सभी विभागों को प्रगति व अनुपालना रिपोर्ट देने को कहा गया है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि मंडी जिला में दिव्यांगजनों ने यूडीआईडी (यूनीक दिव्यांगता पहचान पत्र) बनाए जा रहे हैं। 12823 दिव्यांगजनों ने यूडीआईडी के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 10040 को पहचान पत्र जारी किए जा चुके हैं। जतिन लाल ने कहा कि एकीकृत बाल विकास सेवाओं की समुचित व्यवस्था की जा रही है । जिला में 25 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में 28 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें अल्पसंख्यक समुदाय के 6 साल से कम आयु के 405 बच्चे पंजीकृत हैं और इन आंगनबाड़ी केंद्रों में 318 बच्चों को पोषाहार प्रदान किया जा रहा है ।
अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला स्तरीय सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत वित्त वर्ष 2022-23 में मंडी जिले में अब तक 19 पीड़ितों के लिए 9 लाख 6 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान की गयी है । जिले में तहसील स्तर पर अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत जागरूकता शिविरों का आयोजनों के साथ जन जागरूकता पर जोर दिया गया है।
बैठक में कार्यकारी जिला कल्याण अधिकारी कुंदन हाजरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, आईसीडीएस कल्याण चंद ठाकुर, उप निदेशक शिक्षा, अमरनाथ राणा, प्रधान हिमालयन कल्याण संघ हेम लता पठानिया, सहयोग संस्था के सचिव डॉ. एन के शर्मा, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे ।