मंडी / 10 नवम्बर / न्यू सुपर भारत
जिला स्तरीय विष्व टीकाकरण दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में एक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य अधिकारी मंडी डॉ0 दिनेष ठाकुर ने की ।उन्हांेने बताया कि विष्व टीकाकरण दिवस का मुख्य उद्देष्य लोगों को इस विशय पर विचार के लिए एकजुट करना है ताकि षिषुओं के जीवन और भविश्य को सुरक्षित रखा जाए। विष्व के आधे बच्चे खतरे की परिस्थिति और स्वस्थ जीवन के लिए आवष्यक टीका प्राप्त करने से वंचित रह जाते है, जिस कारण विष्व के लगभग 15 लाख षिषु मृत्यु का षिकार हो जाते है।
परन्तु टीकाकरण विष्व का सबसे प्रभावषाली और कम लागत का तरीका है तथा भारत विष्व का पहला बड़ा देष है, जिसमें टीकाकरण एक महान सार्वजनिक स्वास्थ्य सफलता की कहानी है। इससे लाखों बच्चों की जान बचाई जा रही है । उन्होंने बताया कि टीकाकरण हमारे षरीर में टीकों का प्रवेष होने से कुछ सक्रांमक रोगों के खिलाफ प्रतिरक्षा के लिए एन्टीबॉडीज उत्पन्न करते है, जो षरीर की प्राकृतिक सुरक्षा के साथ काम करके संक्रमण के जोखिम को कम करते है और बीमारियों को रोकने में मदद करते है जो खतरनाक या जानलेवा होते है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने पूर्ण टीकाकरण को गति प्रदान करने के लिए यूनिवर्सल टीकाकरण अभियान 1985 से षुरू किया गया और इस कार्यक्रम को एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम मिषन इन्द्र धनुश प्रारम्भ करके वंचित व कमजोर वर्ग तक पहुँच बनाने के उद्देष्य से षुरू किया गया है। इसमें जो बच्चे टीकाकरण से बच जाते थे उनका टीकाकरण किया जा रहा है।
जिला टीकाकरण कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 अनुराधा षर्मा ने बताया कि भारत वर्श में हर साल 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं तथा 2.67 करोड़ नवजात षिषुओं का टीकाकरण किया जा रहा है और जिला मण्डी में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आषा कार्यकर्ताओं को समय-समय पर टीकाकरण पर प्रषिक्षण दिया जा रहा है जिससे जिला मण्डी टीकाकरण में 95 प्रतिषत लक्ष्य हासिल कर रहा है।
जन षिक्षा एवं सूचना अधिकारी सोहन लाल ने बताया कि हर वर्श टीकाकरण दिवस पर थीम रखा जाता है और इस वर्श का विशय है ”सभी के लिए लम्बा जीवन“ के उद्देष्य से यह दिवस मनाया जा रहा है, इसके लिए सभी लोगों को यह सुनिष्चित करना है कि उन्हांने अपने बच्चों का टीकाकरण पूरा कर लिया है।इस अवसर पर स्त्री रोग विषेशज्ञ, डॉ0 मोनिका, डॉ0 सोनल तथा षहर की गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली माताएँ, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और आषा कार्यकर्ता सहित 120 लोगों ने भाग लिया।