मिस्त्रियों की क्षमता वर्धन के लिए आयोजित कार्यशाला संपन्न
सोलन / 27 फरवरी / एन एस बी न्यूज़
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन के सौजन्य से जिला में सुरक्षित भवन निर्माण के लिए मिस्त्रियों की क्षमता वर्धन योजना के अंतर्गत सोलन जिला के वाकनाघाट स्थित जेपी विश्विद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आज संपन्न हो गई। कार्यशाला का समापन उपमंडलाधिकारी कंडाघाट डॉ. संजीव धीमान ने किया।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में विभिन्न ग्राम पंचायतों के मिस्त्रियों को सुरक्षित भवन निर्माण की तकनीकी के बारे में अगवत करवाया गया।
इस अवसर पर डॉ. संजीव धीमान ने कहा कि भवन निर्माण कार्यों में भूकंप रोधी तकनीक अपनाकर भूकंप से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भूकंप आने पर सबसे ज्यादा नुकसान लोगों की अज्ञानता एवं भवनों के गिरने के कारण होता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति भवन निर्माण में पूंजी लगाकर अपने परिवार और पूंजी को सुरक्षित करना चाहता है और इसलिए आवश्यक है कि इस कार्य में नियुक्त मिस्त्री भूकंप रोधी आवास निर्माण तकनीक को जानते हों।
उन्होंने कहा कि राजमिस्त्री भवन निर्माण प्रक्रिया की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। इसलिए राजमिस्त्रयों को कम लागत में भूकंप रोधी भवन निर्माण की सभी जानकारियां उपलब्ध कराना आवश्यक है, ताकि वे इस तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग भवन निर्माण में कर सकें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मकान बनाते समय भूकंप रोधी तकनीक का प्रयोग करें।
कार्यशाला में डॉ. सौरव तथा डॉ. तन्मय गुप्ता ने मिस्त्रियों को विभिन्न भवन निर्माण तकनीकों की जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की जिला समन्वयक अपूर्वा मार्या तथा प्रलेखन समन्वयक गौरव मैहता उपस्थित थे।