चोलथरा प्राथमिक विद्यालय परिसर में शिलान्यास का विवाद बढ़ा ***ज़िला पार्षद ने डी सी को और मुख्याध्यापिका ने बी पी ई ओ को भेजी शिकायत
मंडी / 22 दिसम्बर / पुंछी
धर्मपुर शिक्षा खंड प्रथम के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय प्राथमिक विद्यालय चोलथरा को बदलने और वहाँ पर सामुदायिक भवन बनाने का शिलान्यास विवादों में घिर गया है। इस बारे हिमाचल किसान सभा तहसील कमेटी टिहरा ने दो दिन पहले मीडिया में विरोध किया था और अब ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह और स्कूल की मुख्याध्यापिका ने इस बारे शिकायतें दर्ज कराई हैं। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि इस प्राथमिक स्कूल को वहां से शिफ्ट करने बारे ग्राम पंचायत ने 9 सितंबर को एक प्रस्ताव पारित किया था जिसे उपयुक्त मंडी और आई पी एच मन्त्री महेंद्र सिंह ठाकुर को प्रेषित किया गया है। इस प्रस्ताव में बहुत ही गैरजिम्मेदाराना औऱ असवैधानिक भाषा प्रयोग की गई है।जिसमें लिखा गया है कि इस स्कूल में केवल प्रवासी बच्चे ही पढ़ रहे हैं औऱ चोलथरा पँचायत का कोई भी बच्चा इसमें नहीं पढ़ता है इसलिए इसे बन्द कर दिया जाये और इसे यहां से शिफ्ट कर दिया जाए ताकि पँचायत यहां पर सामुदायिक भवन का निर्माण करवा सके।इस प्रस्ताव की गैर कानूनी व असवैधानिक भाषा के बारे शिकायत ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने डी सी,उपदेशक शिक्षा और बी डी ओ धर्मपुर को भेजी है औऱ इसकि जांच करने की मांग की है। गौरतलब है कि गत 15 दिसंबर को रविवार के दिन स्कूल परिसर में सामुदायिक भवन बनाने का शिलान्यास आई पी एच मन्त्री ने कर दिया था जबकि ये ज़मीन शिक्षा विभाग की है और विभाग से इसकी एन ओ सी लिए बगैर ग्रामीण विकास और पंचयाती राज विभाग ने वहाँ पर मन्त्री से शिलान्यास करवा दिया औऱ बोर्ड लगवा दिया।हालांकि स्कूल की मुख्याध्यापिका ने 16 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी धर्मपुर प्रथम स्थित सजाओपीपलु को पत्र लिखकर सूचित किया है कि रविवार के दिन स्कूल प्रांगण में जो उदघाटन बोर्ड लगाया गया है उसकी उन्हें भी कोई सूचना और जानकारी नहीं है औऱ सोमवार को स्कूल आने पर वहां लगे बोर्ड को देखने पर ही पता चला।उनोहनें सूचित किया है कि प्रधान ग्राम पंचायत चोलथरा द्धारा स्कूल की भूमि पर अनाधिकृत तौर पर सामुदायिक भवन बनाने की कोशिश कुछ समय से की जा रही हैं और उनोहनें इससे पहले भी स्कूल परिसर के पेड़ों को कटवाने के लिए चरानी भेजे थे जिन्हें स्कूल के कर्मचारियों ने वापिस भेज दिया था और बिना अनुमति के पेड़ नहीं काटने दिए थे। लेकिन अब उनोहनें रविवार के दिन बिना शिक्षा विभाग के किसी अधिकारी की उपस्थिति में वहां ये शिलान्यास करवा दिया जो सरकार के नियमानुसार गैरकानुनी है।उनोहनें इस बारे उपनिदेशक से जांच करने की मांग की है और स्कूल में शांतिपूर्ण तरीके से पढ़ाई करने का माहौल सुनिष्चित करने की भी मांग की है। ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने इस बारे उपयुक्त मंडी से इस सारे प्रकरण बारे दर्ज कराई गई शिकायत पर तुरन्त जांच करने करने की मांग की है और पँचायत प्रधान द्धारा पारित आपत्तिजनक भाषा वाले प्रस्ताव औऱ बिना विभगीय अनुमति के करवाये गये शिलान्यास के दोषियों पर नियमानुसार कार्यवाई करने की भी मांग की है औऱ यदि ये शिलान्यास बिना विभागीय अनुमति के किया गया है तो स्कूल प्रबंधन को इसकी एफ आई आर दर्ज की जानी चाहिएऔऱ अनाधिकृत तौर पर लगाया उदघाटन बोर्ड वहां से तुरन्त हटाया जाना चाहिए।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वे हिमाचल किसान सभा पँचायत कमेटी व स्कूल बचाने के लिए तैयार चोलथरा पँचायत के निवासियों के साथ अगले दो तीन दिनों के अंदर बैठक करेंगे और स्कूल बचाने के हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे जिन्हें मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा औऱ यदि मन्त्री व उनके समर्थक प्रधान ने स्कूल को बंद करने की गैरकानुनी कार्यवाई मुहिम जारी रखी तो उनकी इस तानाशाही औऱ मनमर्ज़ी के ख़िलाफ़ सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे।