धर्मशाला / 11 मई / न्यू सुपर भारत
आज उपायुक्त कांगड़ा निपुण जिंदल की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन और फ्रांसीसी विकास एजेंसी (एएफडी) की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि आपदा से पूर्व प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को मजबूत करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे इस के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की स्थापना, आपदा प्रबंधन तथा अग्निशमन सेवाओं को मजबूत करने पर विशेष तौर पर चर्चा भी की गई।
आपदा जोखिम को कम करने और अन्य तैयारियों पर राज्य द्वारा प्रस्तावित परियोजना के घटकों पर भी जानकारी साझा की गई। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील जोन में आता है जिसके दृष्टिगत जिला में आपदा प्रबंधन को लेकर आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए दूरगामी प्लान तैयार किया गया है ताकि आपदा से होने वाले नुक्सान को कम किया जा सके।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि प्रारंभिक चरण में स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित किए गए हैं ताकि मौसम की पूर्व जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला प्रशासन तथा मंडी आईआईटी प्रशासन के बीच भूकंप, भूस्खलन जैसी प्राकृतिक खतरों से बचाव तथा मॉनिटरिंग के लिए कांगड़ा जिला के विभिन्न स्थानों पर सिंथेटिक एपर्चर रडार आधारित कांगड़ा जिला का प्रोफाइल विकसित करने के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि आपदा प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की ओर से वेव साइट भी तैयार की गई है जिसमें सभी पंचायतों को जोड़ा जा रहा है। इस बैठक में आपदा प्रबंधन कांगड़ा की ओर से अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट और अन्य हितधारक विभागों और एएफडी की ओर से पैट्रिक ब्लिन, टास्क टीम लीडर एएफडी फ्रांस, बाउवेरन डीआरआर, एएफडी मुख्यालय के विशेषज्ञ और मिस ज्योति विजयन नायर, एएफडी, भारत ने भाग लिया। इसके उपरांत टीम ने कांगड़ा जिला के विभिन्न क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत प्रवास भी किया।