बुधवार को गंगथ स्कुल में हुई घटना की सच्चाई जानने पहुंचे निदेशक गुरुदेव सिंह
नूरपुर (पंकज )
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गंगथ में बुधवार को स्कूल कंपलेक्स में हुई शर्मनाक घटना की जांच के लिए शिक्षा विभाग (उच्च) कांगड़ा के निदेशक गुरदेव सिंह जांच के लिए गंगथ स्कूल पहुंचे।उन्होंने इस पूरी घटना पर खेद व्यक्त करते हुए जांच शुरू की ।
गौर रहे कि बुधवार को स्कूल परिसर में प्रार्थना सभा में अचानक प्रिंसिपल शाम लाल शर्मा ने स्कूल की छात्राओं को ऑफिस में बुलाया तथा लड़कियों को अपने बयान देने के लिए कहा। जिस पर प्रार्थना सभा में खड़े सभी अध्यापकों को इस बात की भनक तक नहीं लगी। इस दौरान लड़कियों को स्कूल कार्यालय में व्यान देने के लिए कहा। इसके बाद स्कूल के सभी अध्यापकों को बुलाया गया तथा आरोपी लेक्चरर को बताया गया कि उनके खिलाफ लड़कियों ने उनके साथ बदसलूकी करने के शिकायत की है। इस पर सभी स्कूल के अध्यापक हैरान रह गए।जब यह खबर जंगल की आग की तरह कस्बे में फैली तो कस्बे के लोग स्कूल परिसर में जमा होना शुरू हो गए। देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया।कुछ लोगों का कहना है कि बच्चों को भड़का कर उन्हें आंदोलन करने के लिए उकसाया गया है। इसी बीच अचानक आरोपी लेक्चरर अपने ऊपर लगे आरोपों की ताव सहन न कर सका और बेहोश होकर नीचे गिर गया।आनन-फानन में उन्हें गाड़ी में बिठाकर हॉस्पिटल पहुंचाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगथ के चिकित्सकों ने उन्हें नूरपुर रेफर कर दिया।
—-स्कूल
के अध्यापकों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि स्कूल का अध्यापक बखूबी
ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहा था। लगभग 6 महीने तक प्रिंसिपल का
अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया। इस दौरान उन्हें स्कूल में अनुशासन बनाए रखने
तथा अध्यापकों को समय पर आने के निर्देश देता था, जिसकी कस्बे में वाहवाही
हो रही थी।———-उधर आरोपी अध्यापक ने यह
बताया कि इस मामले में कोई समझौता करने के पक्ष में नहीं थे। इससे स्टाफ
के कुछ लोगों को आपत्ति थी। इसी के चलते उन्होंने उनके खिलाफ गंभीर साजिश
रची तथा साजिश के तहत उन पर गंभीर आरोप लगाए। जिनका मैं पूरी तरह कानूनी
तौर पर सामना करूंगा।——
उपनिदेशक जांच के लिए पहुंचे स्कूल
कांगड़ा के शिक्षा उपनिदेशक उच्च अपनी टीम के साथ गंगथ स्कूल में इसी मामले की जांच करने पहुंचे। उस समय मीडिया का हुजूम भी जमा था। इसी दौरान प्रिंसिपल ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी तथा पत्रकारों को धमकाया कि आपका यहां कोई काम नहीं है आप बिना वजह मामले को तूल दे रहे हैं। इस पर पत्रकारों ने कहा कि हम अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। हमें किसी से कोई निजी दुश्मनी नहीं है।
—-लैब के भीतर नहीं मिले सीसीटीवी कैमरे—
उधर पत्रकारों ने फिजिक्स लैब का मुआयना किया, तो पाया गया कि फिजिक्स और केमिस्ट्री लैब के भीतर कोई भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे। अगर सीसीटीवी कैमरे कमरे के अंदर लगे होते तो पूरी सच्चाई का पता लग सकता था। सीसीटीवी कैमरे के बारे में प्रधानाचार्य ने तो कुछ नहीं कहा लेकिन इतना कहा कि आपका यहां कोई काम नहीं है, पत्रकारों को मैं देख लूंगा। इसी बात को लेकर पत्रकारों ने स्कूल परिसर में पहुंचे डिप्टी डायरेक्टर की टीम को इसकी शिकायत कर दी।कस्बे के कई लोग कह रहे हैं कि उक्त आरोपी अध्यापक का कोई दोष नहीं है अगर लड़कियां आरोप लगा रही हैं कि तीन चार महीने से यह चल रहा था तो उस समय स्कूल में बनी यौन उत्पीडन कमेटी के सामने इस मामले को क्यों नहीं उठाया गया।इसका मतलब यह हुआ कि मामले को दबाने का प्रयास किया गया।
_____________ उक्त घटना शर्मनाक है।ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।इस घटना की सही तथा निष्पक्ष जांच की जा रही है।जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर उचित विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। गुरुदेव सिंहजिला उप निदेशक (उच्च) शिक्षा कांगड़ा
प्रधानाचार्य ने मांगी पत्रकारों से लिखित माफी
पाठशाला के प्रधानाचार्य शाम लाल शर्मा ने पत्रकारों से उनके द्वारा की गई बदसलूकी के लिए लिखित रूप से माफी मांगी।