धर्मशाला / 15 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़:
राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा आज यहां मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रंेसिंग के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्रों में रसायन आपदा सम्बन्धी उपायों के लिये टेबल टॉप अभ्यास आयोजित किया गया। मुख्य सचिव ने अपने सम्बोधन में कहा कि औद्योगिक आपदा में विशेष बात यह है कि इसे पूर्णतः रोका जा सकता है तथा उचित पूर्व तैयारी के द्वारा जान-माल पर होने वाले प्रभाव को न्यूनतम स्तर तक लाया जा सकता है।
इस दौरान औघोगिक दुर्घटना से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी एवं ऐसी घटनाओं के घटित होने के उपरान्त जान-माल की रक्षा केे लिये की जाने वाली कार्यवाही पर चर्चा की गई। टेबल टॉप अभ्यास में जहरीली गैसांे के रिसाव उपयोग के दौरान, परिवहन, भण्डारण, दुर्घटनाग्रस्त होने के स्रोत, गैसे टेंकर वाहनों में दुर्घटना की स्थिति, दुर्घटना किसी औद्योगिक संयत्र में हुई है, तो ऐसी स्थिति में उस उद्योग के द्वारा स्थानीय पुलिस स्टेशन तथा स्थानीय लोगों को सूचना देने, दुर्घटना की स्थिति में बचाव के साधन, जहरीली गैस के मानव शरीर पर प्रभाव, प्राथमिक उपचार, दुर्घटना का प्रभाव क्षेत्र तथा खतरनाक रसायनों के वाहनों से होने वाले खतरों से बचाव बारे विस्तृत चर्चा की गई।
निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन डीसी राणा, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आरडी धीमान, लेफ्टीनेंट जनरल रिटायर्डएवं एनडीएमए के सदस्य अता हसनैन, निदेशक स्वास्थ्य विभाग, निदेशक अग्नि शमन, श्रम आयुक्त, अतिरिक्त निदेशक (सेफ्टी) क्षेत्रीय श्रम संस्थान कुणाल शर्मा, मेजर जनरल वीके नाईक सेवानिवृत एवं वरिष्ठ सलाहकार एनडीएमए ने भी आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर सेवानिवृत ब्रिगेडियर, सलाहकार संचालन एवं कमान एनडीएमए अजय गंगवार ने मुख्यातिथि और उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत किया।
अभ्यास में उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति, एडीसी राहुल कुमार, एडीएम रोहित राठौड, एएसपी दिनेश कुमार तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के संयोजक भानू शर्मा तथा रोबिन सहित जिला के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।