धर्मशाला / 10 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
सचिव, ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी, कांगड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि पठानकोट-मण्डी मार्ग पर नागरिक चिकित्सालय नूरपुर के समीप निर्मित भवन में नशा निवारण केंद्र के माध्यम से नशे के दलदल में फंसे सैंकड़ों युवाओं को सही परामर्श देकर नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग नशे के चुंगल में फंस चुके हैं और चाहने के बावजूद भी नशे के जंजाल से नहीें निकल पा रहे है और अपना नशा छोड़ना चाहते है, वह नशा निवारण केंद्र नूरपुर में जाकर परामर्श ले सकते है अथवा उनको बेहतर इलाज के लिए इस केन्द्र में भर्ती करवा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नशा निवारण केंद्र नूरपुर के दूरभाष नम्बर 01893-221200 पर या ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी, के दूरभाष नम्बर 01892-224888 अथवा मोबाइल नम्बर 94188-32244 पर सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इस नशा निवारण केंद्र में एक समय में 15 लोगों को भर्ती करने की व्यवस्था है, जिनको नशे की आदत जबरदस्ती न छुड़वा कर बेहतर परामर्श देकर विशेष पहचान दिलाई जाती है।
इस केन्द्र के बनने से न केवल नूरपुर, इन्दौरा, ज्वाली, कोटला, नगरोटा सूरियां क्षेत्र के लोग लाभन्वित हो रहे हैं बल्कि ज़िला चम्बा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर तथा सीमांत राज्य पंजाब व जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि यह केन्द्र जनवरी, 2017 से संचालित है तथा तब से अब तक इस केन्द्र में 294 लोगों ने सम्पर्क किया है जिसमें से 125 लोगों ने इस केन्द्र में भर्ती होकर नशे को छोड़ा है तथा 169 लोगों ने परामर्श के माध्यम से नशा छोड़ कर अपनी पहचान बनाई है।
उन्होंने बताया कि इस केंद्र में भर्ती लोगों की दिनचर्या प्रातः 6 बजे से आरम्भ होकर रात के 10 बजे तक चलती है जिसमें योग, ध्यान, प्रभु सिमरन करवाने के साथ-साथ कई प्राकर की अन्य रचनात्मक गतिविधियों का संचालित कर उनको नशा छोड़ने के लिए जागरूक किया जाता है। इसके अतिरिक्त केंद्र में भर्ती रोगियों के मनोरंजन के लिए टी.वी., कैरम बोर्ड, चैस व समाचार पत्रिकाएं भी उपलब्ध हैं। इस केंद्र में परियोजना अधिकारी, काउंसलर, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्याय, सिक्योरिटी गार्ड, कुक इत्यादि अनुभवी स्टॉफ कार्यरत है जो अपनी सेवाएं चौबीस घण्टे लोगों को प्रदान कर रहे हैं। नागरिक चिकित्सालय, नूरपुर से डॉक्टर प्रतिदिन नशा निवारण केंद्र में आकर रोगियों का चैकअप करते हैं।