स्वामित्व योजना के दृष्टिगत किए जा रहे कार्यों बारे विस्तार से समीक्षा
अम्बाला / 9 नवम्बर / न्यू सुपर भारत
हरियाणा के वित्तायुक्त (एफसीआर) संजीव कौशल ने मंगलवार को चण्डीगढ़ से आयोजित वीसी के माध्यम से प्रदेशभर के उपायुक्तों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ स्वामित्व योजना के दृष्टिगत किए जा रहे कार्यों बारे विस्तार से समीक्षा की और स्वामित्व योजना के तहत किए जाने वाले कार्यों को समयबद्ध तरीके से करने के निर्देश दिये ताकि इस योजना का लाभ लोगों को उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने इस मौके पर प्रॉपर्टी आईडी रजिस्टे्रशन, पंचायत सम्पति के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये।
वित्तायुक्त संजीव कौशल ने वीसी के दौरान स्वामित्व योजना के तहत प्रोपर्टी आईडी रजिस्ट्रेशन, पंचायत सम्पत्ति, क्लेम एंड ऑब्जैक्शन, रजिस्ट्रीयों के पंजीकरण के साथ-साथ एंजैडे में रखे बिन्दुओं बारे विस्तार से जानकारी लेते हुए समीक्षा की।
इस विषय के दृष्टिगत क्लेम ऑब्जैक्शन के कार्य को पूरा करते हुए नक्शे को सर्वे ऑफ इंडिया को भिजवाना सुनिश्चित करें ताकि आगामी कार्रवाई में तेजी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा स्वामित्व योजना के दृष्टिगत जो नक्शे भेजे गये हैं उन नक्शों के तहत जो कार्य किए जाने हैं उसे भी तेजी से करें।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने वीसी के दौरान एफसीआर को अवगत करवाते हुए बताया कि स्वामित्व योजना को लेकर बेहतर तरीके से कार्य किया जा रहा है। वीसी के दौरान आज जो दिशा-निर्देश मिले हैं उनकी अनुपालना के तहत कार्यों में तेजी लाई जायेगी।
वीसी को देखने और सुनने के उपरांत उपायुक्त ने इस विषय से जुड़े खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे पंचायत सम्पति एवं ओपन स्पेसिस के कार्य में तेजी से कार्य करना सुनिश्चित करें। इस कार्य में बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें ताकि इस विषय से जुड़ी रिपोर्ट मुख्यालय को भिजवाई जा सके।
उन्होंने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी रेनू जैन को निर्देश दिये कि वे अचल सम्पतियों के कार्यों की प्रतिदिन की रिपोर्ट उनके कार्यालय में देना सुनिश्चित करवाएं और यदि इस विषय को लेकर कोई समस्या है तो डीआरओ से उसका समाधान करवाएं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामित्व योजना से जुड़े बिन्दूओं को लेकर समीक्षा बैठक भी इस सप्ताह ली जायेगी।
बॉक्स:- उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है। स्वामित्व योजना के तहत सभी प्रोपर्टी की आईडी होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के दृष्टिगत मुख्यालय द्वारा निरंतर मोनिटरिंग की जा रही है, इसलिए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को इस कार्य में विशेष रूचि लेते हुए उनके विभाग से सम्बन्धित सभी कार्यों को करवाना सुनिश्चित करना है ताकि योजना का लाभ योग्य लाभार्थियों को मिल सके।
इस अवसर पर डीआरओ राजबीर धीमान, डीडीपीओ रेणू जैन, बीडीपीओ राजन सिंगला, बीडीपीओ विकास कुमार, बीडीपीओ सुमन कादियान, बीडीपीओ संजय टांक, बीडीपीओ किन्नी गुप्ता के साथ-साथ अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।