उपायुक्त विक्रम सिंह ने राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल कांवला का किया दौरा
अम्बाला / 1 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त विक्रम सिंह ने राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल कांवला का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल के बच्चों से बातचीत की और उनसे कैरियर संबधी जानकारी प्राप्त की। परीक्षा उत्तीर्ण कर नये शैक्षणिक सत्र में आए बच्चों को उपायुक्त ने शुभकामनाएं भी दी। उपायुक्त ने स्कूल की लाईब्रेरी में पढ़ रहे नौवीं कक्षा के बच्चों से लाईब्रेरी में लगाए गये कैरियर चार्ट से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि इस चार्ट को लगाने का मकसद यही है कि बच्चों को शुरू से ही यह पता हो कि जीवन में किस क्षेत्र में उन्हें जाना है और वे आरम्भ में ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर उस संकाय/विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करें, जिस क्षेत्र में उन्हें जाना है।
नौंवी कक्षा की छात्रा दीक्षा नाडियाल ने उपायुक्त को बताया कि कैरियर चार्ट में यह बताया गया है कि दसवीं कक्षा के बाद 11वीं कक्षा में सार्इंस, आर्टस, कोर्मस संकाय लेकर किस फिल्ड में क्या बन सकते हैं। इसी प्रकार छात्रा प्रतिभा कुमारी ने बताया कि कैरियर चार्ट को देखकर वे और उनके सहपाठी यह चर्चा करते हैं कि वे दसवीं पास करने के बाद कौन-कौन से विषय लेंगे। प्रतिभा ने कहा कि चार्ट को देखकर वे अपने अध्यापकों से भी कैरियर संबधी जानकारी लेते हैं।
उपायुक्त को प्रिंसीपल सुमन बांगा ने बताया कि लाईब्रेरी में सामान्य ज्ञान एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं आदि से सम्बन्धित पुस्तकें उपलब्ध करवाई गई है। उपायुक्त ने अध्यापकों से कहा कि बच्चों से फीडबैक लें और जिन पुस्तकों की लाईब्रेरी में बच्चें डिमांड करें उन्हें उपलब्ध करवाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अध्यापक बच्चों को कैरियर से सम्बन्धित एवं बच्चे जिस फिल्ड में जाना चाहते हैं उनकी रूचि के अनुसार उनका मार्गदर्शन करें, जिससे बच्चों को आगे बढऩे में कोई दिक्कत न आए और उनका सही प्रकार से मार्गदर्शन हो पाए। उन्होंने कहा कि बच्चे अपनी रूचि के अनुसार अगर विषय चुनेंगे तो उनमें आत्मविश्वास बढेगा और वे जीवन में लगातार आगे बढते रहेगे।
उपायुक्त ने स्कूल प्रिंसीपल सुमन बांगा से शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में भेजे गये डिजीटल स्मार्ट बोर्ड के बारे में भी जानकारी प्राप्त की और कहा कि डिजीटल स्मार्ट बोर्ड को इंस्टोल कर जो मैटिरियल विभाग द्वारा भेजा गया है उसके अनुसार पढ़ाएं। उन्होंने कहा कि डिजीटल स्मार्ट बोर्ड के संचालन से सम्बन्धित अध्यापकों की ट्रेनिंग भी करवाई जाए जिससे कि बच्चों को इस आधुनिक तकनीक का पूरा लाभ मिल पाए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, तहसीलदार मनीष कुमार, प्रिंसीपल सुमन बांगा, अध्यापक अमित छाबड़ा सहित स्कूल स्टाफ व अन्य लोग मौजूद रहे।
बॉक्स:- बता दें कि स्कूल के प्रांगण में वर्षो पुराना छायादार बरगद का पेड़ स्कूल को एक अलग पहचान दिला रहा है। इस पेड़ के बारे में गांव के नम्बरदार बुध राम व अन्य गांववासियों ने उपायुक्त को बताया कि यह लगभग 200 वर्ष पुराना बरगद का पेड है जिसके नीचे बैठकर उनके दादा, परदादा भी शिक्षा ग्रहण करते थे। बरगद के पेड़ को सहेजकर रखने पर उपायुक्त ने गांववासियों एवं स्कूल स्टाफ की सराहना की।