ऊना / 22 मई / न्यू सुपर भारत न्यूज़–
कोरोना को मात देने वाली अंब उपमंडल की महिला से उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने आज घर जाकर मुलाकात की। इस दौरान महिला के परिवार के सदस्य भी उपस्थित रहे। डीसी ने महिला व परिवार के सदस्यों का हाल जाना और कहा कि छोटी बच्ची को छोड़कर कोरोना से लड़ाई अकेले जीतकर उन्होंने एक नई मिसाल कायम की है। यह बहुत खुशी का समय है, जब वह स्वस्थ होकर अपने परिवार में सकुशल लौट आई हैं।
डीसी ने कहा कि कोरोना जैसी बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोरोना को लेकर किसी भी स्तर पर सामाजिक भेदभाव नहीं होना चाहिए तथा लोगों को भी इस बारे में जागरूक होना जरूरी है। कोरोना कोई सामाजिक कलंक नहीं है और कोरोना रोगियों तथा उनके परिवारों के प्रति भी किसी तरह का भेदभाव का दृष्टिकोण समाज में नहीं पनपना चाहिए।डीसी ने अस्पताल में उनके इलाज के अनुभव तथा उन्हें प्रदान की गई अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की।
महिला ने बताया कि इलाज के लिए उन्हें राधा स्वामी अस्पताल भोटा ले जाया गया था और अस्पताल में डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने नियमित तौर पर उनकी जांच की। उन्होंने बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार का आभार जताया।
महिला ने बताया कि इलाज के दौरान उनकी दवाईयों से लेकर खाने-पीने का उचित ध्यान रखा गया। अपने धर्मगुरू पर उन्हें अटूट विश्वास रहा और यही ताकत उनके स्वस्थ होने के लिए काम आई। महिला के परिवार के सदस्यों ने भी जिला प्रशासन द्वारा दिए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि दिल्ली से वापस हिमाचल प्रदेश लौटने पर पूरे परिवार को ऊना में संस्थागत क्वारंटीन में रखा गया था और कोविड-19 टेस्ट कराने के बाद रिपोर्ट में महिला पॉजीटिव आई थी, जबकि साथ आए महिला के पति, बच्ची और सास की रिपोर्ट नेगेटिव रही थी। इस दौरान सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा तथा डॉ. अजय अत्री भी उनके साथ रहे।