जिले के आर्थिक विकास में ज्यादा से ज्यादा ऋण प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को दें – राजेश्वर गोयल
बैंकों ने 506.39 करोड रूपए के ऋण वितरित करके 46.63 प्रतिशत लक्ष्यों को किया प्राप्त
बिलासपुर / 31 दिसम्बर / एन एस बी न्यूज़
विभागीय अधिकारी और बैंकर्ज लोगों को लाभान्वित करने के लिए और निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पारस्परिक सहभागिता निभाएं। यह बात उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने वर्ष 2019-20 की वार्षिक ऋण योजना के अन्तर्गत सितम्बर 2019 को समाप्त तक के परिणामोें तथा उपलब्धियों की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय सलाहकार एंव समन्वय समिति तथा जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होने कहा कि बैंकों द्वारा आयोजित किए जाने वाले वितीय साक्षरता शिविरों में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहें और सरकारी योजनाओं के माध्यम से अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभान्वित करने के लिए जागरूक करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठाकर लाभान्वित हो सके। उन्होने जिला में कार्यरत सभी बैंकों से आशा जताई कि वे जिले के आर्थिक विकास में अपने दायित्वों को समझते हुए ज्यादा से ज्यादा ऋण प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को दें तथा लोगों के आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दें।
उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि जिला के ऋण वितरण में बैंकों का वार्षिक ऋण योजना 2019-20 में 1086 करोड रूपए के निर्धारित लक्ष्य के तहत प्रथम तिमाही 30 सितम्बर तक बैंकों द्वारा 506.39 करोड रूपए के ऋण वितरण करके 46.63 प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति की। उन्होने बताया कि तिमाही की समाप्ती में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में बैंकों ने 40.01 प्रतिशत की दर से तथा गैर प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 114.92 प्रतिशत की दर से लक्ष्यों की प्राप्ति की है।
उन्होने बताया कि जिला में 30 सितम्बर तक समाप्त तिमाही में कृषि क्षेत्र में 155.90 करोड़ रूपए, सूक्ष्म, मध्यम व लघु उद्यमों में 194.11 करोड़ रूपए तथा सेवा क्षेत्र में 46.07 करोड़ रूपए के ऋण वितरित किए गए हैं।
उन्होने बताया कि जिला के बैंकों ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत लगातार वृद्धि दर्ज की है तथा अप्रैल 2019 से सितम्बर 2019 तक कुल 7089 किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये हैं। उन्होंने जिला में कार्यरत सभी बैंक शाखाओं को निर्देश दिए कि वे शेष बचे पात्र किसानों को भी किसान क्रेडिट कार्ड जारी करना सुनिश्चित बनाएं।
उन्होने बताया कि जिला के बैंकों का गत वर्ष के समापन 30 जून 2018 को कुल व्यवसाय 7018.14 करोड़ रूपए का था जोकि वर्ष 2019-20 के द्वितीय तिमाही 30 सितम्बर 2019 तक बढ़कर 7116.90 करोड़ रूपए का हो गया है।
बैठक में सहायक महाप्रबन्धक, भारतीय रिजर्व बैंक शिमला अवनेश सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक के॰के॰जसवाल, निदेशक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान वीके धीमान, महाप्रबन्धक उद्योग प्रोमिला शर्मा, डीआरडीए. से अजय कुमार के अतिरिक्त विभिन्न बैंकों के प्रबन्धक और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।