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एचआरटीसी की बसों में दिल्ली से हिमाचल की ओर सफर करने वाले यात्रियों के साथ हिमाचल सरकार द्वारा चयनित ढ़ाबों पर होती है खुली लूट

–प्रिंट रेट की वस्तूओं पर भी वसूल किए जा रहे है दो गुणा पैसे,खाने के रेट भी रेस्टोरेंट के बराबर

–यात्रियों में रोष

–जल्द होगी कारवाई:–गोबिंद ठाकुर, परिवहन मंत्री

नंगल, 21 अक्तूबर( एनएसबी न्यूज़  ):

हिमाचल सरकार व हिमाचल परिवहन विभाग द्वारा हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से दिल्ली की और जाने वाली बसों के चालको,परिचालकों व यात्रियों को खाने के सुविधा उपलब्ध करवाने के उदेश्य से चायनित किए गए ढ़ाबों पर इन बसों में यात्रा करने वाले हिमाचल साहित अन्य प्रदेशों के यात्रियों से खुली लूट हो रही है लेकिन हिमाचल सरकार व हिमाचल परिवहन विभाग के अधिकारियों को इसकी कानों कान खबर नही है।                     

 इसकी ताजा मिसाल उस समय देखने को मिली जब एक पत्रकारों का दल शुक्रवार की रात ऊना डीपों की बस नंबर एचपी 72बी-6690 में यात्रा कर रहा था।यह बस दिल्ली आईएसबीटी से शाम ४ बजे चढियारा के लिए चली थी और रात यह बस खान पान के लिए रेवाड़ी के ग्रीन वैली पंजाबी  ढ़ाबे पर रूकी।यहां सवारियां खाने के लिए रूकी और ढ़ाबा मालिकों ने खाने के पैसे किसी नामी रेस्टोरेंट की दरों से वसूल किए लेकिन हद तो तब हो गई जब एक पत्रकार उक्त ढ़ाबे के साथ ही लगे एक नमकीन भुजिया की दुुकान से बिस्कुट पैकेट लेने गया तो दुकानदार ने 10 रूपए मुल्य वाले क्रीम बिस्कुट पैकेट के 20 रूपए मांग लिए जब उक्त पत्रकार ने पैसे लेकर बिस्कुट के पैकेट पर प्रिंट देखना चाहा तो उस पर से प्रिंट रेट को काट दिया गया था।इसी तरह एक वेरका की 10 रूपए वाली कुलफी भी 20 रूपए में दी गई।जब इस बारे में उक्त दुकानदार से सवाल किया गया तो वह अभद्र भाषा पर उतर आया और कहने लगा रेट यही लगेंगे लेना है तो लो नही तो ना लो यह कैहते हुए उस ने बिस्कुट का पैकेट वापस लेकर पैसे लौटा दिए।।इस बस में सफर करने वाले यात्रियों में यह भी चर्चा सुनने को मिली की बस के चालक व परिचालक तो शीशे से बंद कमरे में राजसी खाना खाते है और यात्रियों से कथित तौर पर लूट होना आम बात है। 

                         अब सवाल यह उठता है कि जब हिमाचल सरकार व परिवहन विभाग के आदेश है कि पैकेट बंद चीज प्रिंट रेट पर ही बेची जाए तो दुकानदार दोगुणा पैसे लेकर यात्रियों से कैसे खुले आम लूट कर रहा है।यहां यह बताना भी जायज होगा की लम्बी दूरी की इन बसों में ज्यादा तर हिमाचली लोग ही सफर करते है।क्या कहा दुकानदार ने:—-जब हमने उक्त नमकीन-भुजिया वाली दुकान पर बैठे व्यक्ति से पत्रकार होने का परिचय देते हुए बात की तो उन्होने कहा कि उक्त ढ़ाबा मालिक को प्रति दिन 2500 रूपए किराया देता है इसी लिए 10 रूपए के बिस्कुट पैकेट के दो गुणा पैसे वसूल किए जाते है।

क्या कहा हिमाचल के परिवहन मंत्री ने:-—जब इस बारे में जानकारी लेने हेतू परिवहन  मंत्री गोबिंद ठाकुर से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होने उक्त ढ़ाबा मालिक के खिलाफ कड़ी कारवाई करने की बात कही।

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