नालागढ़ / 20 फरवरी / न्यू सुपर भारत
कोरोना वायरस से बचाव व इस की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा लगाई लगाई रही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित तथा दुष्प्रभाव रहित है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ राजन उप्पल ने नालागढ़ में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दी। डॉक्टर राजन उप्पल ने बताया कि टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर डॉक्टर तक के अलावा आशा कार्यकर्ताओ व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित लगभग 7000 व्यक्तियों को पंजीकृत किया गया है जिन्हें पहला टीका दिए जाने के पश्चात दूसरा टीका भी आरंभ कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी एवं कर्मचारी में किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया टीकाकरण के दौरान थोड़े समय के लिए हल्का बुखार आना आम बात है व इस से घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के दूसरे चरण में लगभग 4000 फ्रंटलाइन वर्कर पंजीकृत किए गए हैं जिनमें पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि गण शामिल हैं। राजन उप्पल ने कहा कि कोविड-19 के बचाव तथा इसकी रोकथाम के लिए इस्तेमाल की जा रही भारतीय वैक्सीन अत्यंत उच्च गुणवत्ता की है तथा कोविड-19 वायरस से बचाव का यही एक मात्र समाधान है।
उन्होंने आमजन से अपील की कि वे अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें तथा सरकार, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में दी जा रही जानकारी का अनुसरण करें। डॉ राजन उप्पल ने कहा कि हालांकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान प्रारंभ हो चुका है परंतु अभी भी इस विषय में संपूर्ण सावधानियां इस्तेमाल करने की आवश्यकता है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे अभी भी वैश्विक महामारी कोविड-19 को हल्के में न लें तथा अत्यंत आवश्यकता होने पर ही सार्वजनिक स्थलों व भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाएं।
उन्होंने कहा कि गत 1 वर्ष के दौरान प्राय देखने में आया है कि जब भी किसी त्योहारी दौर अथवा शादी समारोहों के दौर में लोगों ने महामारी को हल्के में लिया उस दौरान कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों की संख्या ज्यादा पाई गई। उन्होंने लोगों से घर से बाहर मास्क का प्रयोग करने तथा नियमित हाथों को साबुन से धोने अथवा सैनिटाइज करने की अपील की है।इस अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी नालागढ़ डॉ के डी जस्सल, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी नालागढ़ डॉ आनंद तथा नोडल अधिकारी कोविड-19 (बीबीएन) डॉक्टर गगनदीप राजहंस भी मौजूद थे।